CBSE Board Class 10th, 12th Exam Result 2020: CBSE बोर्ड के 12वीं की परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए गए हैं। सीबीएसई बोर्ड ने पहले ही बता दिया था कि रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी कर दिया जाएगा। सीबीएसई बोर्ड के जिन स्टूडेंट्स के सभी एग्जाम नहीं हो पाए थे उन्हें भी उनके अन्य एग्जाम्स के आधार पर नंबर दिए गया हैं। जिन्होंने 3 से ज़्यादा परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 3 के एवरेज से बचे हुए विषय के अंक मिले हैं तथा जिन्होंने 3 परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 2 का औसत तथा – जिन्होंने 1 या 2 ही परीक्षा दी हैं, उनके इंटरर्नल के नंबर तथा प्रैक्टिकल के स्कोर का औसत के नियम पर नंबर दिए गए हैं।
CBSE 12th Result 2020 Declared: Check here
CBSE कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के डिजिटल शैक्षणिक दस्तावेज जैसे मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट और पास सर्टिफिकेट अपने स्वयं के शैक्षणिक भंडार ‘Parinam Manjusha’ के माध्यम से प्रदान करेगा। सीबीएसई ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक का सिलेबस 30% तक काट दिया है। पाठ्यक्रम में कटौती के बाद अब धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रवाद जैसे कई अध्यायों को मौजूदा शैक्षणिक वर्ष के लिए पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है। 12वीं के छात्र अपना रिजल्ट चेक करने के लिए तथा अन्य अपडेट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।
CBSE New Syllabus 2020-21: Check Here


CBSE बोर्ड अब कुछ ही समय में कम्पार्टमेंट परीक्षा और वैकल्पिक परीक्षा के लिए शिड्यूल जारी करेगा। कम्पार्टमेंट एग्जाम की तारीखों का फैसला भारत सरकार के परामर्श से किया जाएगा। आधिकारिक वेबसाइट अभी भी अनरिस्पांसिव होने के कारण छात्रों को अपना रिजल्ट चेक करने में परेशानी हो सकती है इसलिए उन्हें सुझाव है कि रिजल्ट से जुड़ी हर जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहें।
अपना रिजल्ट अभी चेक करने के लिए छात्र फौरन यहां क्लिक करें
लखनऊ की दिव्यांशी जैन ने परीक्षा में 600 में से 600 नंबर हासिल कर इतिहास रच दिया है।
सीबीएसई ने अब "फेल" शब्द के स्थान पर “Essential Repeat” शब्द इस्तेमाल करने का फैसला किया है। बयान में कहा गया है, रिजल्ट फेल घोषित हुए उम्मीदवारों को जारी किए गए दस्तावेजों और वेबसाइट पर होस्ट किए गए रिजल्ट में "फेल" शब्द के स्थान पर “Essential Repeat” लिखा दिखाई देगा।
लंबे इंतजार के बाद अब आखिरकार आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट चेक करने का लिंक लाइव हो गया है। परीक्षा में शामिल हुए छात्र वेबसाइट पर जाकर फौरन अपना रिजल्ट चेक करें।
बोर्ड के अधिकारी ने जानकारी दी है कि 10वीं का रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर आज जारी नहीं किया जाएगा। छात्रों को ताजा जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहना होगा।
- जिन्होंने 3 से ज़्यादा परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 3 के एवरेज से बचे हुए विषय के अंक मिलेंगे
- जिन्होंने 3 परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 2 का औसत तथा
- जिन्होंने 1 या 2 ही परीक्षा दी हैं, उनके इंटरर्नल के नंबर तथा प्रैक्टिकल के स्कोर का औसत।
CBSE बोर्ड अब कुछ ही समय में कम्पार्टमेंट परीक्षा और वैकल्पिक परीक्षा के लिए शिड्यूल जारी करेगा। कम्पार्टमेंट एग्जाम की तारीखों का फैसला भारत सरकार के परामर्श से किया जाएगा। आधिकारिक वेबसाइट अभी भी अनरिस्पांसिव होने के कारण छात्रों को अपना रिजल्ट चेक करने में परेशानी हो सकती है इसलिए उन्हें सुझाव है कि रिजल्ट से जुड़ी हर जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहें।
CBSE इस साल कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं करेगा। इससे पहले, CISCE ने यह भी घोषणा की थी कि वह ISC और ICSE परीक्षाओं के लिए टॉपर्स की लिस्ट की घोषणा नहीं करेगा।
वेबसाइट क्रैश होने पर छात्र अपनी नाराज़गी ट्विटर पर जाहिर कर रहे हैं।
स्टेप 1: सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
स्टेप 2: रिजल्ट के लिंक पर क्लिक करें।
स्टेप 3: आपको एक नए पेज पर भेज दिया जाएगा।
स्टेप 4: अपनी डीटेल्स का उपयोग करके लॉग-इन करें।
स्टेप 5: रिजल्ट दिखाई देगा, इसे डाउनलोड करें।
IVR (इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स सिस्टम) के माध्यम से रिजल्ट पाने के लिए NIC के टेलीफोन नंबर जिसके माध्यम से आईवीआरएस के माध्यम से परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं, इस प्रकार हैं:
दिल्ली में स्थानीय ग्राहकों के लिए: 24300699
देश के अन्य भागों में ग्राहकों के लिए: 011-24300699
UMANG, यूनिफाइड मोबाइल एप्लिकेशन फॉर न्यू एज गवर्नेंस, प्रमुख केंद्र और राज्य सरकार सेवाओं के लिए प्लेटफ़ॉर्म है। छात्र अपना रिजल्ट इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के UMANG मोबाइल ऐप पर देख सकते हैं जो Android, lOS और Windows आधारित स्मार्ट फ़ोन और http://www.umang.gov.in पर भी उपलब्ध है।
सीबीएसई ने अब "फेल" शब्द के स्थान पर “Essential Repeat” शब्द इस्तेमाल करने का फैसला किया है। बयान में कहा गया है, रिजल्ट फेल घोषित हुए उम्मीदवारों को जारी किए गए दस्तावेजों और वेबसाइट पर होस्ट किए गए रिजल्ट में "फेल" शब्द के स्थान पर “Essential Repeat” लिखा दिखाई देगा।
CBSE इस साल कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं करेगा। इससे पहले, CISCE ने यह भी घोषणा की थी कि वह ISC और ICSE परीक्षाओं के लिए टॉपर्स की लिस्ट की घोषणा नहीं करेगा।
CBSE बोर्ड 12वीं की परीक्षा में 3.24 प्रतिशत यानी कुल 38,686 छात्रों ने 95% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
रीज़न वाइस जारी रिजल्ट के अनुसार पटना का रिजल्ट 74.57 प्रतिशत रहा है जो कि सबसे कम है। सबसे अच्छा रिजल्ट त्रिवेन्द्रम का 97.67 प्रतिशत रहा है।
दिल्ली में, इस साल CBSE कक्षा 12 की परीक्षा देने वाले कुल छात्रों में से 94.39% उत्तीर्ण हुए हैं। दिल्ली पश्चिम क्षेत्र में 94.61% और दिल्ली ईस्ट ने 94.24% पास पर्सेंटेज रहा है।
CBSE इस साल कोई मेरिट लिस्ट जारी नहीं करेगा। इससे पहले, CISCE ने यह भी घोषणा की थी कि वह ISC और ICSE परीक्षाओं के लिए टॉपर्स की लिस्ट की घोषणा नहीं करेगा।
इस साल लड़कियों का रिजल्ट 92.15 प्रतिशत रहा है जबकि लड़कों का 86.19 प्रतिशत। लड़कियों ने लड़कों की तुलना में 5.96 फीसदी बेहतर प्रदर्शन किया है। ट्रांसजेंडर छात्रों का पास प्रतिशत 66.67 प्रतिशत रहा है।
बोर्ड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर 12वीं की परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। परीक्षा में शामिल हुए छात्र फौरन cbseresults.nic.in पर विजिट कर अपना रिजल्ट चेक करें।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कराने के लिए छात्रों के अभिभावक अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए थे। 12वीं के कुछ छात्रों के अभिभावकों ने COVID-19 महामारी के कारण देश में मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन को छात्रों के लिए खतरा बताया और उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। कोर्ट में मामला आने के बाद बोर्ड ने अब परीक्षाएं रद्द कर दी हैं और रिजल्ट जारी करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
जिन्होंने 3 से ज़्यादा परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 3 के एवरेज से बचे हुए विषय के अंक मिलेंगे - जिन्होंने 3 परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 2 का औसत तथा - जिन्होंने 1 या 2 ही परीक्षा दी हैं, उनके इंटरर्नल के नंबर तथा प्रैक्टिकल के स्कोर का औसत।
CBSE बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी कर देगा। CBSE मामले में याचिकाकर्ता के वकील सवाल किया कि 12वीं के बच्चों को दोबारा परीक्षा का मौका कब मिलेगा, इसे भी स्पष्ट किया जाए। हालाांकि इस बिंदु पर अभी स्पष्टता नहीं दी गई है।
छात्र UMANG मोबाइल प्लेटफ़ॉर्म पर भी अपना परिणाम देख और डाउनलोड कर सकते हैं, जो Android, iOS और Windows आधारित स्मार्ट फ़ोन के लिए उपलब्ध है। UMANG या यूनिफाइड मोबाइल एप्लिकेशन फॉर न्यू-एज गवर्नेंस को इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विकसित किया गया है।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों, अभिभावकों और मीडिया को भी इस नोटिफिकेशन के जरिए सूचित किया है कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और बोर्ड के आधिकारिक हैंडल पर आधिकारिक घोषणाओं की जांच करें।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कराने के लिए छात्रों के अभिभावक अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए थे। 12वीं के कुछ छात्रों के अभिभावकों ने COVID-19 महामारी के कारण देश में मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन को छात्रों के लिए खतरा बताया और उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। कोर्ट में मामला आने के बाद बोर्ड ने अब परीक्षाएं रद्द कर दी हैं और रिजल्ट जारी करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
COVID19 के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान खराब हुए अकादमिक टाइम की भरपाई के लिए बोर्ड ने अब अगले सत्र के लिए सिलेबस कम करने का फैसला किया है। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने पाठ्यक्रम को कम करने में CBSE की सहायता की है।
अपडेट सिलेबस के अनुसार, बोर्ड ने अपने पाठ्यक्रम युक्तिकरण अभ्यास में लोकतंत्र और विविधता, विमुद्रीकरण, राष्ट्रवाद, धर्मनिरपेक्षता, भारत के अपने पड़ोसियों और भारत में स्थानीय सरकारों के संबंधों के साथ अध्यायों को छोड़ दिया है।
जिन्होंने 3 से ज़्यादा परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 3 के एवरेज से बचे हुए विषय के अंक मिलेंगे - जिन्होंने 3 परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 2 का औसत तथा - जिन्होंने 1 या 2 ही परीक्षा दी हैं, उनके इंटरर्नल के नंबर तथा प्रैक्टिकल के स्कोर का औसत।
जिन छात्र ने तीन ही विषयों के पेपर दिए होंगे। ऐसे छात्रों का असेसमेंट बेस्ट टू (दो) से किया जाएगा। इसमें भी सबसे अधिक दो अंक लेने वाले विषयों के अंकों को जोड़ा जाएगा। इसके आधार पर बचे हुए पेपर का अंक स्कोर निकलेगा।
जिन छात्रों ने सिर्फ एक या दो विषयों के पेपर ही दिए होंगे। ऐसे छात्रों के रिजल्ट तैयार करने के लिए उनके इन विषयों की परफारमेंस, इंटरनल प्रैक्टिकल असेसमेंट के अंकों को जोड़कर असेसमेंट होगा। हालांकि इस प्रकार में छात्रों की संख्या बेहद कम है और अधिकतर छात्र दिल्ली के ही हैं।
CBSE द्वारा एक बार परिणाम घोषित होने के बाद, बोर्ड डिजीलॉकर और UMANG ऐप सहित विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्मों पर मार्कशीट जारी करता है। इन प्लैटफॉर्म के जरिए छात्र अपनी डिजिटल मार्कशीट डाउनलोड कर सकते हैं।
बोर्ड ने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि परीक्षाओं के रिजल्ट 06 जुलाई से 15 जुलाई तक जारी किए जाएंगे। परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवार कल से ही अपने रिजल्ट का इंतजार करना शुरू कर देंगे। रिजल्ट 15 जुलाई से पहले ही जारी कर दिए जाएंगे।
सीबीएसई ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक का सिलेबस 30% तक काट दिया है। पाठ्यक्रम में कटौती के बाद अब धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रवाद जैसे कई अध्यायों को मौजूदा शैक्षणिक वर्ष के लिए पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है।
कक्षा 9 में सामाजिक विज्ञान की किताब से हटाये गए पांच अध्यायों में से एक ‘लोकतांत्रिक अधिकार’ भी है। बोर्ड का कहना है कि इस चैप्टर को पूरी तरह से हटा दिया गया है।
10वीं की भूगोल से वन्य एवं वन्य जीवन समेत तीन पाठ और इतिहास से भी दो पाठ हटाए गए हैं। कक्षा 9 सामाजिक विज्ञान से जनसंख्या, लोकतांत्रिक अधिकार, भारत में खाद्य सुरक्षा आदि चैप्टर को हटाया गया है। 10वीं गणित से त्रिकोण का क्षेत्रफल समेत कई टॉपिक जबकि 9वीं से क्षेत्रफल का पूरा चैप्टर हटाया गया है। 9वीं व 10वीं की अंग्रेजी ग्रामर से पैसिव वॉयस के इस्तेमाल, प्रीपोजिशन आदि और लिटरेचर से पांच-पांच पाठ कम किए गए है। कक्षा 9 व 10 कम्प्यूटर एप्लीकेशन विषय से यूनिट चार स्क्रैच को हटा दिया गया है।
सीबीएसई द्वारा पाठ्यक्रम में की गई कटौती से 12वीं कक्षा के छात्रों को अब इस मौजूदा वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था का बदलता स्वरूप, नीति आयोग, जीएसटी जैसे विषय नहीं पढ़ाए जाएंगे। घटाया गया पाठ्यक्रम बोर्ड परीक्षाओं और आतंरिक मूल्यांकन के लिए निर्धारित विषयों का हिस्सा नहीं होगा।