बारहवीं के बाद करिअर विकल्प के रूप में अधिकांश उम्मीदवार प्रबंधन के क्षेत्र को चुनते हैं। इस क्षेत्र में कई स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री विकल्प उपलब्ध हैं, लेकिन वर्तमान समय में इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट कार्यक्रम (एकीकृत एमबीए) काफी लोकप्रिय है। ये पांच वर्षीय कोर्स उम्मीदवारों को प्रबंधन के क्षेत्र में बेहतर करिअर बनाने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि इस कोर्स की खासियत क्या है और ये करिअर विकास में किस तरह मददगार साबित हुआ है।
क्या है एकीकृत प्रबंधन कार्यक्रम
एकीकृत प्रबंधन कार्यक्रम (आइपीएम) स्रातक (बीबीए) और स्नातकोत्तर (एमबीए) को मिलाकर तैयार किया गया है। कार्यक्रम के पहले तीन साल बुनियादी बातों को सीखने और एक मजबूत आधार निर्माण के लिए समर्पित है, जबकि आखिरी दो वर्ष व्यावसायिक कौशल में महारत हासिल करने और प्रबंधन बनाने के लिए समर्पित हैं। जब नए लोग सीधे एमबीए में दाखिला लेते हैं तो उन्हें ये चुनौतीपूर्ण लगता है, लेकिन आइपीएम पाठ्यक्रम में बुनियादी से लेकर उच्च स्तर का ज्ञान दिया जाता है।
एकीकृत प्रबंधन कार्यक्रम के लिए तीन प्रवेश परीक्षाएं होती हैं, आइपीएमएटी, जेआइपीएमएटी और आइपीएमएटी रोहतक। ये परीक्षाएं मात्रात्मक योग्यता, तार्किक और मौखिक योग्यता विषयों पर आधारित होती हैं।
किसे मिल सकता है प्रवेश
इस कार्यक्रम की खास बात ये है कि इसमें 12वीं पास उम्मीदवार दाखिला ले सकते हैं, जबकि सामान्य एमबीए कार्यक्रम में स्रातक के बाद ही प्रवेश मिलता है। इस पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विज्ञान, तकनीकी, गणित, इंजीनियरिंग के साथ प्रबंधन के कोर्स को जोड़ना है। ऐसे में किसी भी संकाय से न्यूनतम 60 फीसद अंकों के साथ 12वीं पास करने के बाद विद्यार्थी एकीकृत प्रबंधन पाठ्यक्रम में दाखिला लेने के पात्र हो जाते हैं।
आइपीएमएटी (इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट) एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो आइआइएम इंदौर द्वारा अपने पांच साल के एकीकृत कार्यक्रम में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। जेआइपीएमएटी आइआइएम बोधगया और आइआइएम जम्मू में प्रबंधन में पांच साल के एकीकृत कार्यक्रम में प्रवेश के लिए है। जबकि आइपीएमएटी रोहतक, आइआइएम रोहतक में एक समान कार्यक्रम के लिए है। परीक्षा में 40 बहुविकल्पीय प्रश्न, मात्रात्मक क्षमता से 20 और मौखिक क्षमता से 40 प्रश्न होते हैं। परीक्षा की अवधि 120 मिनट है।
जेआइपीएमएटी परीक्षा में 3 खंड हैं। मात्रात्मक रुझान में 33 प्रश्न, डेटा व्याख्या और तार्किक तर्क में 33 प्रश्न और मौखिक क्षमता के 34 प्रश्न होते हैं। परीक्षा की अवधि 2:30 घंटे यानी 150 मिनट होती है।
आइपीएमएटी रोहतक परीक्षा में 3 खंड होते हैं, जिनमें से प्रत्येक में 40 प्रश्न होते हैं। सही उत्तर के लिए 4 अंक और गलत उत्तर के लिए -1 अंक। परीक्षा की अवधि 2 घंटे की है।
-आशीष झा, करिअर परामर्शदाता