BHU provided free hostel facility to Bangladeshi students: बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के वहां हो रही हिंसा और लूटपाट को देखते हुए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने अतिथि देवो भव की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बांग्लादेशी छात्रों के लिए बड़ा दिल दिखाया है और उनके हितों को ध्यान में रखते हुए प्रशंसनीय फैसला किया है। बीएचयू ने परिसर में रह रहे बांग्लादेशी छात्रों को बांग्लादेश में स्थिति सामान्य होने तक छात्रावास में रहने की अनुमति दे दी है।

Bangladesh crisis: किन छात्रों पर लागू होगा निर्णय

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का ये निर्णय उन छात्रों के हित में लिया गया है, जिन्होंने विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और कार्यक्रम पूरा होने के बाद अनिवार्य रूप से छात्रावास खाली करने वाले थे।

Bangladesh crisis: बीएचयू ने क्या कहा ?

बीएचयू में अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर एसवीएस राजू ने बताया कि बांग्लादेशी छात्रों को अपने देश लौटने में आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने फैसला किया है कि जो छात्र विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहना चाहते हैं, उन्हें ऐसा करने की अनुमति दी जाएगी और उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। इसके लिए उन्हें कोई शुल्क भी नहीं देना होगा।

उन्होंने कहा, “हमने छात्रों को आश्वासन दिया है कि यदि उन्हें परिसर में रहने के दौरान किसी अन्य कठिनाई का सामना करना पड़ता है, तो विश्वविद्यालय उसके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। वे बांग्लादेश में स्थिति सामान्य होने तक यहां रह सकते हैं।”

Bangladesh crisis: बांग्लादेश में क्यों हुआ तख्तापलट ?

पिछले महीने बांग्लादेश में बड़े स्तर पर सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए थे, क्योंकि छात्रों ने कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग की थी। इस कोटा प्रणाली के तहत 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले दिग्गजों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण था। इसी कोटा को समाप्त करने के लिए छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था जो तख्तापलट की कार्रवाई में तब्दील हो गया।