पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा कथित तौर पर केरल की तुलना सोमालिया से करने से उपजा विवाद अभी शांत भी नहीं पड़ा कि ऐसा एक और मामला चुनावी माहौल से घिरे केरल में बीजेपी को परेशान कर सकता है। शनिवार को बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने तिरुअनंपुरम में एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करके पीएम के बयान का बचाव किया। उन्‍होंने आउटलुक मैगजीन की एक कॉपी भी लहराई। जुलाई 2013 की तारीख वाली इस मैगजीन की कवर स्‍टोरी कुपोषण की वजह से केरल के अट्टापेडी में आदिवासी समुदाय के बच्‍चों की मौत से जुड़ी थी। पीएम का बचाव करने के दौरान शाह शायद यह साबित करने की कोशिश कर रहे होंगे कि केरल के आदिवासी समुदाय में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा।

अब एक न्‍यूज वेबवाइट नराडा ने खबर दी है कि आउटलुक के कवर पर छपी फोटो केरल की नहीं, बल्‍क‍ि श्रीलंका की है। फोटो में एक महिला एक कुपोषित बच्‍चे को पकड़े नजर आती है। यह फोटोग्राफ कथित तौर पर 2009 में अमेरिकी स्‍टेट डिपार्टमेंट की रिपोर्ट में छपी थी। रिपोर्ट का शीर्षक था- Incidents during the Recent Conflicts in Sri Lanka

द इंडियन एक्‍सप्रेस ने अमेरिकी रिपोर्ट की कॉपी हासिल की है। इसमें पेज नंबर 64 पर आउटलुक वाली फोटो छपी है। इस फोटो का कैप्‍शन है- छह मई को एक कुपोषित बच्‍चे की NFZ में ली गई फोटो। कथित तौर पर यह फोटो श्रीलंका के वन्‍नी में 2009 में खीचीं गई थी। उस दौरान देश की सरकार और एलटीटीई के बीच खूनी गृहयुद्ध जारी था। हालांकि, 2013 के आउटलुक मैगजीन के कवर पेज पर कैप्‍शन है-अट्टापडी के कैंप में तीन महीने का नवजात बच्‍चा, जो गुजर गया।

अगर नराडा की न्‍यूज रिपोर्ट सही है तो बीजेपी और आउटलुक दोनों को ही इस मुद्दे पर सफाई देनी होगी।

ऑरिजनल सोर्स