अपने ग्रुप में अजेय रही इंग्लैंड की टीम आईसीसी महिला विश्व टी20 के पहले सेमीफाइनल में बुधवार (30 मार्च) को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली बार की पराजयों का बदला चुकता करके अपनी प्रतिद्वंद्विता को नये मुकाम पर पहुंचाने की कोशिश करेगी। ये दोनों चिर प्रतिद्वंद्वी टीमें आईसीसी टूर्नामेंटों में अक्सर फाइनल्स में एक दूसरे से भिड़ती रही हैं लेकिन टी20 में 2009 के बाद पहली बार ये टीमें सेमीफाइनल में आमने सामने होंगी। ऑस्ट्रेलिया अपने ग्रुप में न्यूजीलैंड के बाद दूसरे स्थान पर रहा था। इन दोनों टीमों की खिलाड़ी एक दूसरे से अच्छी तरह परिचित हैं क्योंकि अपने आपस में काफी मैच खेलने के अलावा इंग्लैंड की खिलाड़ी महिला बिग बैश लीग में भी खेलती हैं। इससे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के इंग्लैंड में होने वाले महिला सुपर लीग में भाग लेने की संभावना बढ़ गयी है।

इंग्लैंड की कप्तान चार्लोट एडवर्ड्स और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मेग लैनिंग इस महत्वपूर्ण मैच में खुद को दावेदार नहीं मानना चाहती है। ऑस्ट्रेलिया के लिये फायदे की बात यह रहेगी वह इससे पहले फिरोजशाह कोटला में दो मैच खेल चुका है और यहां की परिस्थितियों से अवगत है। इंग्लैंड की खिलाड़ियों के दिमाग में पिछले दो विश्व टी20 फाइनल में आस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार का बदला चुकता करने की बात जरूरी रहेगी। इंग्लैंड ने 2009 में पहला विश्व टी20 जीता था लेकिन इसके बाद आस्ट्रेलिया ने 2010 से 2014 तक खिताबी हैट्रिक पूरी की।

अच्छी फॉर्म में चल रही एडवर्ड्स को पूरा विश्वास है कि उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया का खिताब जीतने का अभियान सेमीफाइनल में ही रोकने में सफल रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम पिछले दो अवसरों पर फाइनल में पहुंची थी और उम्मीद है कि तीसरी बार भी भाग्य हमारा साथ देगा। अच्छी बात यह है कि इस बार हम खुद पर बहुत अधिक दबाव नहीं दे रहे हैं। हमारी प्रतिद्वंद्विता जगजाहिर है और दोनों टीमें एक दूसरे के बारे में अच्छी तरह से जानती हैं। कुछ भी छिपा नहीं है। ’’

मैनिंग ने खिताब के दावेदार के तमगा को ज्यादा तवज्जो नहीं दी और कहा कि उनकी टीम आक्रामक क्रिकेट खेलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पक्के तौर पर नहीं कह सकती कि हमारी टीम खिताब की प्रबल दावेदार है। इंग्लैंड अजेय है और हम अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहे। हम अमूमन एक दूसरे से फाइनल में खेलते थे लेकिन इस बार हमारा मुकाबला सेमीफाइनल में ही हो रहा है। प्रतिद्वंद्विता लंबे समय से चली हा रही और मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार मुकाबला करीबी होगा। ’’

ऑस्ट्रेलिया का शीर्ष क्रम अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और कप्तान चाहती है कि यह क्रम आगे भी जारी रहे। उनकी टीम हालांकि एडवर्ड्स और टैमी बियुमोंट की शानदार फॉर्म से चिंतित होगी। इंग्लैंड की कप्तान ने अब तक 171 रन बनाये हैं। लैंनिंग ने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 56 रन की पारी खेली थी। उन्होंने अब तक टूर्नामेंट में 94 रन बनाये हैं। दोनों कप्तान टूर्नामेंट में विकेटों के मिजाज से खुश नहीं है क्योंकि इनमें से अधिक धीमी प्रकृति के थे। एडवर्ड्स ने कहा, ‘‘हम ग्रुप चरण में अच्छा नहीं खेल पायी। विकेट ऐसे नहीं थे जिनमें स्ट्रोक खेले जा सके। हमें कल भी ऐसी ही पिच मिलने की उम्मीद है। ’’