दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डु प्लेसिस पर श्रीलंका के खिलाफ सोमवार को खेले गए मैच में आइसीसी आचार संहिता के उल्लघंन का दोषी पाया गया और उन पर जुर्माना लगाया गया है। डु प्लेसिस को इस वजह से मैच फीस का पचास फीसद गंवाना पड़ा है। डु प्लेसिस को आइसीसी आचार संहिता की धारा 2.1.5 के उल्लघंन का दोषी पाया गया जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति जताने से जुड़ा है। ऐसा 12 महीने में दूसरी बार है जब डु प्लेसिस को इसी लेवल ए के उल्लघंन का दोषी पाए गए। अक्तूबर 2015 में डु प्लेसिस पर चेन्नई में भारत के खिलाफ चौथे वनडे मैच के दौरान धारा 2.1.5 के उल्लघंन के लिए 15 फीसद फीस का जुर्माना लगाया गया था। अगर डु प्लेसिस को इस साल अक्तूबर तक फिर से धारा 2.1.5 के उल्लघंन का दोषी पाया जाता है तो यह उनका तीसरा उल्लघंन होगा जिससे वे निलंबित हो जाएंगे।
यह घटना सोमवार को दक्षिण अफ्रीका के 13वें ओवर में हुई जब डु प्लेसिस को एलबीडब्लू आउट किया गया, उन्होंने इस फैसले पर नाराजगी जताई और क्रीज पर थोड़े समय के लिये रुके रहे और फिर मैदान छोड़कर गए तो अपने बल्ले को देखते हुए अपना सिर हिला रहे थे। मैच के बाद डु प्लेसिस ने अपराध स्वीकार कर लिया और आइसीसी मैच रैफरी जेफ क्रो द्वारा प्रस्तावित जुर्माना स्वीकार कर लिया। इसलिए अधिकारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। उन पर यह आरोप मैदानी अंपायर एस रवि और रॉड टकर, तीसरे अंपायर पॉल रेफेल और चौथे अधिकारी क्रिस गाफाने ने लगाया।