पांच राज्‍यों में हुए विधानसभा चुनावों के गुरुवार को आए नतीजों में पश्‍च‍िम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को अभूतपूर्व जनमत हासिल हुआ है। रुझानों में शुरुआत से ही तृणमूल आगे थी। जैसे जैसे रुझान नतीजों में तब्‍दील होते गए, वैसे-वैसे तृणमूल कार्यकर्ताओं का जश्‍न बढ़ता गया। हालांकि, इस जश्‍न के दौरान हिंसा का मामला भी सामने आया। तृणमूल समर्थकों ने कथित तौर पर पश्‍च‍िम बंगाल के आसानसोल में सीपीएम दफ्तर में न केवल तोड़फोड़ की, बल्‍क‍ि आग भी लगा दी। न्‍यूज एजेंसी एएनआई ने घटना की तस्‍वीरें ट्वीट की हैं। (चुनाव 2016 से जुड़ी हर अहम खबर पढ़ने के लिए क्‍ल‍िक करें)

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दूसरी ओर, केरल के कन्‍नूर जिले स्‍थ‍ित पिनारायी में एलडीएफ की विजय रैली में बम फेंके जाने के बाद एक शख्‍स की मौत हो गई। शुरुआती मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मारे जाने वाला शख्‍स सीपीएम कार्यकर्ता था। घटना में चार लोग घायल हो गए। सीपीएम ने इस वारदात के लिए आरएसएस को जिम्‍मेदार ठहराया है।

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ममता ने कांग्रेस और लेफ्ट पर हिंसा का लगाया आरोप

उधर, तृणमूल कांग्रेस को दूसरे कार्यकाल के लिए भी अपार बहुमत मिलने की स्थिति में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि माकपा और कांग्रेस का मिलकर चुनाव लड़ना दोनों ही दलों के लिए बड़ी भूल थी। उन्होंने विपक्ष पर सत्ता हासिल करने के लिए झूठ का जाल बुनने का आरोप लगाया। राज्य की जनता का शुक्रिया अदा करते हुए ममता ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश की राजनीति ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर चली गयी और सार्वजनिक रूप से मर्यादा बनाये रखने के लिए एक ‘लक्ष्मण रेखा’ निर्धारित होनी चाहिए। ममता ने कहा, ‘संयुक्त विपक्ष की हिंसा के बावजूद अभूतपूर्व जीत हुई। मैं तृणमूल कांग्रेस में भरोसा जताने के लिए तहेदिल से राज्य की जनता का शुक्रिया अदा करती हूं। विपक्ष ने झूठ का जाल बुना था जिसे खारिज कर दिया गया।’