दिल्ली हाई कोर्ट से नियुक्त पर्यवेक्षक न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मुकुल मुदगल ने भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे डीडीसीए को लेकर कड़ी रिपोर्ट सौंपी है। लेकिन बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर को उम्मीद है कि गुटबाजी की शिकार यह इकाई अपने हिस्से के विश्व टी20 मैचों का सफल आयोजन करने में सफल रहेगी। उन्होंने कहा कि डीआरएस के सशर्त उपयोग पर चर्चा भारतीय टीम के स्वदेश वापसी पर की जाएगी।

ठाकुर ने यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, ‘न्यायमूर्ति मुदगल ने आज अपनी रिपोर्ट सौंप दी। विश्व टी20 से पहले उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी करनी है। हमें डीडीसीए पर भरोसा है कि वे मैचों के आयोजन में सफल रहेंगे।’

दिल्ली हाई कोर्ट की एस मुरलीधर और विभु बाखरू की पीठ को सौंपी अपनी 27 पृष्ठों की रिपोर्ट में न्यायमूर्ति मुदगल ने कहा है कि दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ ( डीडीसीए) ने अपनी आखिरी आंतरिक लेखा रिपोर्ट में कमियों और वित्तीय अनियमितताओं का जिक्र किया है। उन्होंने रिपोर्ट में लिखा है, ‘काम सौंपने वाली समिति के बैठकों के कोई मिनिट्स मौजूद नहीं हैं। रिकार्ड के नहीं होने से पारदर्शिता बाधित होती है। पहले मैचों के लिए अनुबंध-कार्य के आदेशों से संबंधित रिकार्ड उपलब्ध नहीं हैं।’

लोढ़ा पैनल की सिफारिशों के बारे में ठाकुर ने कहा कि सदस्य रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद अपने विचार बोर्ड को भेजेंगे। इसके बाद बीसीसीआइ की विशेष आम सभा (एसजीएम) बुलाई जाएगी। अनुराग ठाकुर ने डीआरएस को लेकर कहा कि टीम के स्वदेश लौटने पर इसके सशर्त उपयोग पर चर्चा की जाएगी। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्तमान एकदिवसीय क्रिकेट शृंखला के दौरान अंपायरों के कुछ गलत फैसलों के कारण निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) फिर से चर्चा में है।

पहले वनडे के दौरान भारत को तब बड़ा नुकसान हुआ जब जार्ज बेली ने बरिंदर सिंह सरण की पहली गेंद पर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को कैच दे दिया था लेकिन अंपायर ने अपील ठुकरा दी। आस्ट्रेलिया का स्कोर तब दो विकेट पर 21 रन था। बेली ने बाद में शतक जमाया और अपनी टीम को जीत दिलाई। तीसरे मैच में भी डीआरएस नहीं होने से बेली को नाबाद करार दिया। बीसीसीआइ सचिव ने कहा कि यदि पगबाधा के लिए गेंद की ट्रैकिंग तकनीक को हटा दिया जाता है तो वे इस पर विचार कर सकते हैं।

ठाकुर से जब आइसीसी के प्रचार कार्यक्रम के दौरान जब पूछा गया, उन्होंने कहा,‘मैं पहले की बात पर कायम हूं कि डीआरएस वर्तमान रूप में पूरी तरह सही नहीं है। लेकिन यदि पगबाधा वाला हिस्सा हटा दिया जाता है तो हम इस तकनीक के सशर्त उपयोग पर विचार कर सकते हैं। खिलाड़ियों के आॅस्ट्रेलिया से वापस लौटने के बाद हम इस मसले पर उनसे बातचीत करेंगे।’