अगले एक सप्ताह में दिल्ली विधानसभा चुनाव है। ऐसे सभी पार्टियां पूरे ज़ोरशोर के साथ प्रचार में जुटी हैं। ऐसे में सहयोगी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके कौशांबी स्थित आवास पर बात की। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भ्रष्टाचार प्रमुख मुद्दा है और किरण बेदी से उऩकी कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है।

सवाल: भाजपा द्वारा किरण बेदी को दिल्ली का मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाए के बाद से क्या दिल्ली विधानसभा चुनाव का रुख बदला है?

जवाब: हमारी किसी से व्यक्तिगत लड़ाई नही हैं। हमारी राजनीति दिल्ली के मुद्दों पर है। हमारी लड़ाई भ्रष्टाचार और संप्रदायवाद जैसे तत्वों के खिलाफ़ है। हम चाहते हैं कि जनता को सस्ते दामों पर बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा मिले। उन्हें 24 घंटे बिजली और पानी की सुविधा उपलब्ध कराई हो। इतना ही नहीं हम दिल्ली को एक राष्ट्रीय राजधानी की तरह तैयार करना चाहते हैं। यही हमारे मुद्दे हैं।
सवाल: आपने सभी जनसभाओं में कहा कि किरण बेदी को बहस के लिए सामने आना चाहिए। आप उऩसे किया पूछना चाहेंगे?

जवाब: हम मुद्दों पर बात करेंगे। हम उनसे पूछेंगे कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उनकी नीति क्या है। फिर वह अपनी नीति के बारे में बात करें और उसके बाद हम महिला सुरक्षा के लिए अपनी नीतियां उन्हें बताएंगे। हम उनसे ये पूछेंगे कि कम बिजली बिलों के लिए उऩकी नीति क्या है, वे कैसे 24 घंटे बिजली मुहैया कराएंगी। यह मुद्दों पर आधारित बहस होगी। अभी क्या हो रहा है, गाली-गलौच की राजनीति। हमने कहा है कि हम 20 नए कॉलेज खोलेंगे। वे कहते हैं कि केजरीवाल अपने बच्चों की झूठी कसमें खाते हैं। हम सीसीटीवी कैमरे की बात करते हैं, वे कहते हैं कि केजरीवाल मफलर पहनते हैं। नई दिल्ली से भाजपा की उम्मीदवार कहती हैं कि मैं (केजरीवाल) बंदर है, मोदी मुझे नक्सल बुलाते हैं। यह सही नहीं है।
सवाल: जब किरण बेदी भाजपा में शामिल हुईं उस वक्त आपकी प्रतिक्रिया क्या थी? आप हैरान थे..?

जवाब: उनके भाजपा में शामिल होने से मैं हैरान था। क्योंकि वे उनलोगों के साथ शामिल हो रही थीं जिनके खिलाफ हम (लोकपाल आंदोलन के दौरान किरण बेदी और अरविंद केजरीवाल) साथ खड़े थे।