दिल्ली विस चुनाव से एक दिन पहले जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने शुक्रवार को मुसलमानों पर सांप्रदायिक ताकतों से गंभीर खतरा होने का हवाला देते हुए इस समुदाय से आप के समर्थन में वोट देने की अपील की। हालांकि आप ने इस समर्थन को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि वह किसी भी प्रकार की जातीय या सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ है।
बुखारी ने लोगों से अपील की कि वे आप को दिल्ली में ईमानदार व धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाने में मदद करें। उन्होंने भाजपा पर देश और समाज को बांटने की कोशिश में लगे तत्वों का समर्थन करने का आरोप लगाया। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘देश सांप्रद्रायिकता के गंभीर खतरों का सामना कर रहा है और मुसलमान सांप्रदायिक ताकतों के निशाने पर हैं।’ उन्होंने लोगों से देश को विभाजनकारी ताकतों से बचाने के लिए आप का समर्थन करने का आह्वान किया।
आप नेता संजय सिंह ने कहा, ‘आप इमाम बुखारी की विचारधारा का समर्थन नहीं करती। हमें उनके समर्थन की जरूरत नहीं है।’ बुखारी ने कहा, ‘सांप्रदायिक ताकतों का विरोध करने, उन्हें आगे बढ़ने से रोकने व देश के संविधान की गरिमा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी उन उपायों पर हमें विचार करना है जिससे राष्ट्र का धर्मनिरपेक्ष तानाबाना अक्षुण्ण रहे।’
बुखारी के एक सहयोगी ने दावा किया कि आप ने अपने लिए समर्थन की मांग करते हुए इमाम से संपर्क किया था। आप नेता आशुतोष ने कहा कि पार्टी का बुखारी से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा, ‘आप सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ है। आप उनके समर्थन व उनकी राजनीति को खारिज करती है।’