कुछ दिनों पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया था कि राज्य में दुराचारियों को शर्मिंदा करने के लिए दुराचारियों का पोस्टर चौक-चौराहों पर लगाया जाएगा। इधर प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के नेताओं ने दुष्कर्म के आरोपी भारतीय जनता पार्टी के एक नेता का पोस्टर चिपका दिया है। इस पोस्टर के चिपकाए जाने के बाद यहां हंगामा खड़ा हो गया। आनन फानन में पुलिस ने इस पोस्टर को हटाया है।

बीजेपी नेता पर क्या है आरोप? बताया जा रहा है कि सपा के नेताओं ने बीजेपी के नेता डॉक्टर श्याम प्रकाश द्विवेदी का पोस्टर लगाया था। श्याम प्रकाश द्विवेदी पर एक महिला ने गैंगरेप का आरोप लगाया था। करीब एक साल पुराने इस मामले में पुलिस ने अब जांच शुरू की है। जांच शुरू होने के बाद से श्याम प्रकाश द्विवेदी कहां हैं? इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

इस मामले की पीड़ित महिला का आरोप है कि प्रतापगढ़ में एक जमीन दिलाने के सिलसिल में बीजेपी नेता और उनके एक साथी अक्सर उनसे मिलते थे। महिला का आरोप है कि इन दोनों ने कई बार उनका गैंगरेप किया। आरोपियों की तरफ से धमकी मिलने की वजह से वो चुप थीं बाद में उन्होंने इसकी शिकायत थाने में करवाई थी। युवती प्रयागराज में ही बीए की छात्रा बताई जा रही है।

कौन हैं डॉक्टर श्याम प्रकाश द्विवेदी? श्याम प्रकाश द्विवेदी के बारे में बताया जा रहा है कि वो अभी बीजेपी युवा मोर्चा के काशी प्रांत के उपाध्यक्ष हैं। श्याम द्विवेदी का होटल का व्यवसाय है और इसके अलावा वो अन्य कारोबार भी चलाते हैं। इनके पिता रामरक्षा द्विवेदी भी बीजेपी में जिलाध्यक्ष के पद पर रह चुके हैं। इनके फेसबुक प्रोफाइल को देखने से पता चलता है कि इनकी पहुंच शायद पार्टी में बड़ी है क्योंकि इनकी तस्वीरें लगभग सभी बड़े नेताओं के साथ है।

गैंगरेप के मामले में नामजद आऱोपी होने के बावजूद भी इनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाने का विरोध समाजवादी पार्टी कर रही है। पार्टी का कहना है कि इसी विरोध के स्वरुप यह पोस्टर लगाए गए थे। बहरहाल इस मामले में सिविल लाइन थाने में सपा नेता संदीप यादव समेत छह अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने सुभाष चौराहे पर लगे पोस्टरों को हटा दिया है।