हरियाणा के अंबाला में एक गर्भवती महिला ने सरकारी अस्पताल के बाहर ही बच्चे को जन्म दिया। महिला को दर्द होने पर पति ने ठेले को बाइक से बांधा और अस्पताल लेकर पहुंचा। हालांकि अस्पताल पहुंचने के बाद भी उसकी परेशानियां खत्म नहीं हुईं क्योंकि कर्मचारियों ने महिला को प्रसूति वार्ड में भर्ती नहीं किया। महिला का पति बार-बार कर्मचारियों से रिक्ववेस्ट करता रहा मगिर किसी ने उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। अस्पताल के कर्मियों की लापरवाही के कारण महिला ने अस्पताल के बाहर ठेले पर ही अपने बच्चे को जन्म दिया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
अस्पताल के बाहर महिला ने बच्चे को दिया जन्म
दरअसल, अंबाला के एक सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला को भर्ती न मिल पाने के कारण उसने अस्पताल के बाहर ही अपने बच्चे को जन्म दिया। अस्पतालकर्मियों ने महिला को प्रसूति वार्ड में भर्ती करने के उसके पति के अनुरोध को कथित तौर पर नजरअंदाज कर दिया था। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सोमवार रात की इस घटना के बाद जांच के आदेश दिए हैं। अंबाला के सिविल सर्जन कुलदीप सिंह द्वारा गठित दो-सदस्यीय टीम को दो दिनों के भीतर जांच पूरी करने के लिए कहा गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, तीस साल की सुमन गर्भावस्था के दौरान जांच के लिए उसी अस्पताल में जाया करती थी। सोमवार की रात सुमन के पति शालू कुमार ने एम्बुलेंस न मिलने पर मोटरसाइकिल के साथ सब्जी का एक ठेला (कार्ट) जोड़ा और उससे गर्भवती पत्नी को अस्पताल पहुंचाया। ठेला बाहर लगाकर वह अपनी पत्नी के प्रसव के लिए सहायता मांगने वार्ड में गया। महिला के पति का आरोप है कि उसने अस्पताल के कर्मचारियों से अपनी पत्नी को प्रसूति वार्ड में भर्ती करने का अनुरोध किया, लेकिन बार-बार मदद के अनुरोध के बाद भी अस्पताल कर्मियो ने ध्यान नहीं दिया।