राजस्थान के जैसलमेर में साल 2018 में एक हैरान कर देने वाला हादसा हुआ। जिसके बाद सभी को लगा शायद एक मौत सामान्य तरीके से हुई लेकिन थोड़े ही दिनों में यह मौत एक कत्ल में बदल गई। फिर राजस्थान पुलिस ने मामले में एक्शन लेते हुए कार्रवाई की। यह मामला एक बाइक रैली से जुड़ा था, जिसमें एक इंटरनेशनल बाइकर का कत्ल किया गया था।

असबाक केरल के कन्नूर का रहने वाला था जो कुछ दिनों से बेंगलुरु के आरटी नगर में रह रहा था। वह 2018 में जैसलमेर में केरल के बाइकर असबाक इंडियन बाजा मोटरस्पोर्ट्स डकार चैलेंज रैली में भाग लेने पहुंचे थे। इसी बाइक रैली के दौरान 15 अगस्त 2018 को शाहगढ़ बल्ज में राइडिंग ट्रैक को देखने एक दिन के बाद असबाक अपने दोस्तों के साथ राइडिंग पर निकले। इसी दौरान असबाक राइडिंग ट्रैक से भटक गए, इसके बाद वह वापस नहीं आए।

फिर घटना के दो दिन बाद असबाक मोन का शव बरामद हुआ। घटना स्थल पर असबाक की बाइक नियत जगह पर खड़ी थी और उनका हेलमेट बाइक पर रखा हुआ था। फिर घटना में जांच के बाद पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट भी तैयार कर दी कि बाइकर असबाक रेगिस्तान में रास्ता भटका और फिर भूख-प्यास के चलते प्राकृतिक मौत हो गई थी। इस फाइनल रिपोर्ट में उसके दोस्तों के बयान भी दर्ज किये गए थे, जो उसके साथ जैसलमेर गए थे।

कई सालों तक केस में कोई लीड नहीं मिली तो इसे बंद करने के लिए फाइल एसपी के पास भेजी और तभी केस में ट्विस्ट आ गया। एसपी ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पढ़ा तो उनके होश पाख्ता हो गए। इसमें लिखा गया था कि मृतक के पेट में आधा पचा हुआ भोजन मिला था और गर्दन-रीढ़ की हड्डी टूट हुई थी। ऐसे में भूख से मरने की बात गलत हो गई और तत्कालीन एसपी अजय सिंह ने केस को फिर खोल दिया। इस मामले में असबाक की पत्नी सुमेरा और उसके दोस्तों के कॉल रिकॉर्ड खंगाले गए।

मामले की जांच में पता चला कि असबाक की पत्नी सुमेरा का किसी नीरज के नाम से शख्स के साथ अफेयर था। साथ ही संपत्ति के चलते असबाक का सुमेरा के साथ विवाद भी चल रहा था। पुलिस को लगा इसीलिए सुमेरा ने किसी पर शक नहीं जताया। असबाक की मां ने भी मौत पर सवाल उठाए तो असबाक के तीन दोस्तों पर भी शक की सुई घूम गई। फिर पुलिस ने ठोस सबूतों के आधार पर तीन दोस्तों संजय, विश्वास और साबिक को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया।

नवंबर 2020 में पुलिस पूछताछ में तीनों ने जुर्ब कबूल कर बताया कि असबाक के गर्दन और रीढ़ पर लोहे के वजनी हथियार से हमला कर रेत के टीले से नीचे फेंक दिया था। इसके बाद असबाक का फोन भी उसका दोस्त संजय अपने साथ ले गया था। हालांकि, सुमेरा कई वारंट के बाद भी गायब रही और कई सालों से उसकी तलाश जारी है। फिर माना गया कि यह कत्ल एक प्रेम त्रिकोण और जायदाद के लालच का नतीजा था।