एक जमाने में बॉलीवुड अदाकारा मोनिका बेदी (Monica bedi) के साथ अफेयर को लेकर सुर्ख़ियों में रहा अबू सलेम कभी टैक्सी ड्राइवर था। खुद को अंडरवर्ल्ड का बड़ा डॉन समझने वाले अबू सलेम के चर्चे जुर्म की दुनिया में उस वक़्त सभी के सामने आये जब उसने अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम (Dawood ibrahim) के गैंग को ज्वाइन कर लिया। इसके बाद वह तस्करी के अलावा वसूली के धंधे में भी आ गया। यही वह समय था जब उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से बंबई (अब मुंबई) आया एक मामूली सा टैक्सी ड्राइवर बहुत ही कम समय में बड़ा डॉन बन गया।
यूपी के आजमगढ़ (Azamgarh) के सरायमीर इलाके से आने वाले अबू सलेम के परिवार की माली हालत बहुत ही ख़राब थी। ऐसे में अबू सलेम ने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद दिल्ली चला गया और वह टैक्सी चलाने लगा। फिर वह दिल्ली से सीधे मुंबई पहुंचा और अपने पुराने पेशे में ही लगा रहा। लेकिन कम समय में ज्यादा पैसे कमाने की धुन ने उसे जल्दी ही टैक्सी ड्राइवर (Taxi Driver) से रियल एस्टेट का ब्रोकर बना दिया।
साल 1987 आते-आते अबू सलेम, कुछ लोगों के माध्यम से दाउद इब्राहिम से मिला और फिर कुछ ही समय में उसका गुर्गा बन दाउद के लिए काम करने लगा। अबू सलेम की जिंदगी का यही वो दौर था जब उसे मुंबई शहर का डॉन कहा जाने लगा। दाउद का राइट हैंड बनने के बाद अबू सलेम ने अपनी नजर बॉलीवुड सेलिब्रिटीज और बड़े बिजनेसमैन (Businessman) पर टेढ़ी की और दाउद के इशारे पर जबरन वसूली शुरू कर दी।
दाउद के संरक्षण में अबू सलेम ही वह शख्स था जो अक्सर बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं (Film Producers) को धमका कर पैसे ऐंठता था। बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड को बहुत करीब से जानने वाले बताते हैं कि एक समय अबू सलेम का ही वह खौफ था जब कई अभिनेता व अभिनेत्रियाँ दहशत के मारे उसकी महफ़िलों में नजर आने लगे थे।
ये वही अबू सलेम था जिसने पहले जाने-माने फिल्म निर्माता गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) को धमकी दी थी और बाद में साल 1997 में अपने गुर्गों से हत्या भी करवा दी थी। सलेम पहले तो मुंबई के लोकल गुर्गों की मदद से ही इन घटनाओं को अंजाम देता था, लेकिन जब पुलिस के एनकाउंटर्स और आपसी गैंगवार में ग्रुप छोटा हुआ तो उसने आजमगढ़ में अपने जान-पहचान के लड़कों को काम के नाम पर मुंबई बुलाना शुरू किया।
अबू सलेम पर मुंबई सहित देश भर के अन्य शहरों में भी वसूली, अपहरण (Kidnapping), फर्जी दस्तावेज-पासपोर्ट तैयार करने और हत्या समेत करीब 60 केस दर्ज हैं। इसके अलावा मुंबई बम धमाकों को लेकर भी अबू सलेम पर आरोप है कि उसने ही दाउद व उसके करीबियों को गोल-बारूद व हथियारों की खेप उपलब्ध कराई थी।
सीबीआई (CBI) ने अपने खुलासे में अबू सलेम को अरबपति गैंगस्टर कहा था और बताया था कि उसने साल 2000 में करीब 200 करोड़ रुपये का लेनदेन भी किया था। वहीं पुलिस सूत्र बताते हैं कि सलेम के कुछ भरोसेमंद करीबी हैं, जो कि मिडिल ईस्ट में फैले उसके कारोबार को संभालते हैं।