राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को आम जनता से ऐसे लोगों की पहचान करने में मदद मांगी जिन्होंने इस साल मार्च में लंदन में भारतीय उच्चायोग में हिंसक विरोध प्रदर्शन किया और तोड़फोड़ की कोशिश की। एजेंसी के आधिकारिक प्रवक्ता ने 19 मार्च को हुई घटना के पांच वीडियो के लिंक अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए और लोगों से फुटेज में देखे गए व्यक्तियों के बारे में कोई भी जानकारी एनआईए को उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल से NIA ने जांच अपने हाथ में ले ली
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अप्रैल महीने में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल से जांच अपने हाथ में ले ली है। विदेश मंत्रालय ने लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने हिंसक प्रदर्शन के बाद कार्रवाई करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्रालय को पत्र लिखा था। इसके बाद गृहमंत्रालय के आदेश पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भारतीय उच्चायोग के सामने हिंसक प्रदर्शन करने वाले खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ 24 मार्च को मुकदमा दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। क्योंकि इसमें विदेश में भारतीय नागरिकता रखने वाले कुछ लोगों द्वारा की गई अवैध गतिविधियां शामिल हैं।
खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने लंदन में किया था तिरंगे का अपमान
खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ करने की कोशिश की और 19 मार्च को उच्चायोग परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय ध्वज को नीचे उतार दिया। यह पंजाब पुलिस द्वारा पंजाब में कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के एक दिन बाद हुआ था।
लंदन मामले की जांच तेज करते हुए एनआईए ने भारतीय उच्चायोग के सामने हिंसक प्रदर्शन करने और तोड़फोड़ की कोशिश करने वालों की पहचान करने में वहां के स्थानीय लोगों की मदद मांगी है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले भारतीय दंड संहिता (IPC), यूएपीए (UAPA) और पीडीपीपी एक्ट (PDPP Act) के तहत मामला दर्ज किया था।