देश के एक बड़े ड्रग तस्कर के रूप में विक्की गोस्वामी का नाम काफी चर्चा में रहता था। विक्की ने जरायम की दुनिया में जब कदम रखा तो उसने पहले शराब का अड्डा शुरू किया। अपने इस काम के चलते धीरे-धीरे वह अपराधियों के जरिये अंडरवर्ल्ड के संपर्क आ गया। फिर विक्की ने नशीली दवाओं की तस्करी शुरू कर दी। विक्की स्वयं वलसाड और मेहसाणा के कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के संपर्क में था, जो उसके लिए मैंड्रेक्स की गोलियां बनाने का काम करते थे।
पुलिस अफसर का बेटा बना ड्रग लार्ड: आज भले ही विक्की गोस्वामी विदेश में छिपा-छिपा घूम रहा है, लेकिन माना जाता है कि उसका ड्रग कार्टल अभी भी कई शहरों में सक्रिय है। विक्की के बारे में कहा जाता है वह केन्या में है, लेकिन इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। विक्की गोस्वामी, गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला है और उसके पिता पुलिस अधिकारी रहे हैं। विक्की के पिता का नाम आनंदगिरी गोस्वामी है और उसके दस भाई और पांच बहनें हैं।
पायलट बनना चाहता था विक्की: परिवार और आसपास के लोगों के मुताबिक, विक्की गोस्वामी कभी पायलट बनकर जहाज उड़ाना चाहता था, लेकिन उसके बिगड़ैल रवैये और गलत रास्ते पर चलकर अकूत पैसा कमाने की धुन ने ड्रग तस्कर बना दिया। शुरू में विक्की गोस्वामी ने गुजरात में शराब का धंधा शुरू किया। थोड़े ही दिनों में उसने इस धंधे में धमक बनाई तो वह नशीली दवाओं के गंदे धंधे में घुस गया। इस दलदल में उसके सपने पीछे छूट गए और मुंबई की हाई प्रोफाइल पार्टियों में मैंड्रेक्स की गोलियां सप्लाई करने लगा।
अंडरवर्ल्ड से भी रहा संपर्क: विक्की गोस्वामी ने शराब के धंधे से शुरुआत कर नशीली गोलियों की तस्करी में नाम बनाया। गुजरात से निकलकर मुंबई तक जा पहुंचा। इसी दौरान गुजरात के वापी में उस पर ड्रग से संबंधित केस दर्ज हुआ तो वह दुबई भाग निकला। दुबई में उसने कथित तौर पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन, छोटा शकील और अबू सलेम के साथ काम किया। हालांकि, 1993 में दाऊद इब्राहिम से अनबन के बाद अहमदाबाद में विक्की के घर पर हमला किया गया था। उस दौरान विक्की, जाम्बिया चला गया था।
कई बार हुई गिरफ्तारी और रिहाई: गुप्त सूचना के बाद, जाम्बिया के भ्रष्टाचार-निरोधी आयोग (एसीसी) ने ड्रग के मामले में विक्की की तलाश शुरू की थी। फिर 1994 में, एसीसी ने विक्की को दोषी पाया था और सिफारिश की कि उसे वापस भारत भेज दिया जाना चाहिए। ऐसे में विक्की तुरंत जाम्बिया छोड़कर भाग गया था और अपना सारा गैरकानूनी कारोबार जोहान्सबर्ग में शिफ्ट कर दिया था। लेकिन जब दक्षिण अफ्रीकी पुलिस की धरपकड़ से परेशान हुआ तो वापस मुंबई आ गया था।
फिर विक्की को मिली उम्रकैद: विक्की थोड़े दिन ही मुंबई में रहा लेकिन फिर से वह दुबई चला गया। विक्की को साल 1997 में, दुबई पुलिस ने दक्षिण अफ्रीकी पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में धर दबोचा। तब उसे 6 मिलियन डॉलर की कीमत की मैंड्रेक्स के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, 15 नवंबर, 2012 को रिहा कर दिया गया था।
बॉलीवुड एक्ट्रेस के साथ जुड़ा नाम: साल 1996-97 के दौरान विक्की बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी के संपर्क में आया, जिसके बाद दोनों कथित तौर पर एक रिश्ते में आ गए थे। साल 2013 में विक्की और बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी की शादी की खबरे भी सामने आई, लेकिन कभी सार्वजानिक तौर पर दोनों ने इस बात को स्वीकार नहीं किया। जब उसे जेल से रिहा किया गया तो विक्की, ममता के साथ कथित तौर पर केन्या चला गया। विक्की केन्या में भी गिरफ्तार किया गया, लेकिन हर बार वह पैसे के दम पर बाहर आ जाता था। आखिरी बार विक्की गोस्वामी का नाम तब चर्चा में रहा था, जब साल 2016 में ठाणे पुलिस ने रिकॉर्ड मात्रा में 20 टन एफेड्रिन जब्त किया था। इस छापेमारी में करीबन 2,000 करोड़ रुपये की दवाएं जब्त की गईं थी। जांच रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ था कि इस इंटरनेशनल ड्रग ऑपरेशन का मुख्य सरगना विक्की गोस्वामी था।