यूपी के भदोही से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां ज्ञानपुर थाना क्षेत्र में ग्राम विकास अधिकारी (VDO) ने जब फर्जी पेमेंट करने से इनकार कर दिया तो ग्राम प्रधान के पति और बेटे ने कमरे में बंद कर उनको बुरी तरह पीटा। ग्राम प्रधान के पति और बेटे पर अधिकारी के साथ गाली-गलौज और लाठी से पीटने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, मामले में महिला प्रधान के पति और बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
मामले में ज्ञानपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक (SHO) अश्विनी कुमार त्रिपाठी ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी प्रदीप कुमार प्रजापति चक सिखारी गांव में विकास कार्यों की जांच के लिए गए थे। जहां गांव की महिला प्रधान मंजू देवी के पति जय प्रकाश मिश्रा और उनके बेटे रिशु मिश्रा ने स्कूल में टाइल्स नहीं होने के बावजूद अधिकारी पर उसका फर्जी पेमेंट करने का दबाव बना रहे थे। इसके अलावा वे आवास योजना और गांव को ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) बता कर फर्जी पेमेंट करने की बात पर अड़े थे।
फर्जी पेमेंट से इनकार करने पर हुई पिटाई
त्रिपाठी ने आगे बताया कि ग्राम विकास अधिकारी प्रदीप कुमार ने जब फर्जी पेमेंट करने से इंकार कर दिया तो उन्हें सड़क से खींच कर एक कमरे में ले जाकर बंद कर दिया गया। इसके बाद ग्राम प्रधान के पति और बेटे ने उन्हें जमकर पीटा। पुलिस के अनुसार इस दौरान अधिकारी का मोबाइल छीन लिया गया और भुगतान नहीं होने पर दो दलितों को बुलाकर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराने और जान से मारने की धमकी दी गई।
त्रिपाठी ने आगे कहा कि इस मामले में मिली शिकाय के आधार पर महिला प्रधान के पति जय प्रकाश मिश्रा और उसके बेटे रिशु मिश्रा के खिलाफ भादंसं की धाराओं 332 (सरकारी कार्य में व्यवधान), 342 (किसी को जबरन रोकना), 323 (जानबूझकर स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 506 (आपराधिक धमकी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
मामले में विकास अधिकारी ज्ञान प्रकाश ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी से पेमेंट को लेकर कुछ विवाद हुआ। उनका कहना था कि अगर कोई काम हुआ है तो उसकी जांच कर पेमेंट किया जाता है, लेकिन फर्जी पेमेंट को लेकर कर्मचारी को कमरे में बंद कर पीटना एक गंभीर बात है। प्रकाश ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी से लिखित शिकायत प्राप्त हुई है और मामले में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। आगे की कार्रवाई की जाएगी।