उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के भरतपुर में जाकर खनन माफिया को पकड़ने के लिए की गई कार्रवाई में मारी गई भाजपा ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह भुल्लर की पत्नी के मामले में अब भाजपा नेता ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है। जसपुर भाजपा नेता गुरताज सिंह भुल्लर ने यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में थे और उनके पास कोई सर्च वारंट नहीं था। इसके अलावा उन्होंने जिन गाड़ियों में आकर उनके घर में छापेमारी की थी, वह सभी गाड़ियां रजिस्टर्ड नंबर प्लेट वाली नहीं थीं, साथ ही पुलिसवाले नशे में धुत थे।

इस मामले में यूपी पुलिस का कहना है कि महिला की मौत उनकी टीम और जफर के बीच क्रॉस-फायरिंग में हुई थी। जफर पर अवैध खनन का आरोप था, जिसका पीछा यूपी पुलिस कर रही थी। जबकि भुल्लर ने कहा कि पुलिस ने मेरी पत्नी की हत्या को सही ठहराने के लिए कहानी गढ़ी है।

घटना के बारे में कुमाऊं के डीआईजी नीलेश आनंद भी यह कह चुके हैं कि यूपी पुलिस के जवानों ने स्थानीय पुलिस को सूचित नहीं किया और वह वर्दी में नहीं थे। साथ ही शूट साइट का निरीक्षण करने वाले फॉरेंसिक विभाग के एक अधिकारी ने कहा था कि उन्हें क्रॉस-फायरिंग के सबूत नहीं मिले, जैसा कि यूपी पुलिस ने बताया था।

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जसपुर तहसील में भाजपा के जिला ब्लॉक प्रमुख भुल्लर ने बताया कि वह घटना की शाम पार्टी बैठक के लिए नोएडा से शाम लगभग 4 बजे लौटे थे। मेरी पत्नी भी शाम को काम से लौटी थी। जब यूपी पुलिस छापेमारी के लिए उनके घर में घुसे, तब वह सोए हुए थे।

घटना की सीबीआई जांच की अपील करते हुए भुल्लर ने कहा कि “मेरे दो छोटे बच्चे हैं – एक 5 साल की बेटी और एक 4 महीने का बेटा। मैंने सब कुछ खो दिया है.. एक तो परिवार उजड़ गया, ऊपर से अब हमारे ऊपर मुकदमे लग रहे हैं। ये कहां का इंसाफ है? मैं भाजपा का ब्लॉक प्रमुख हूं। दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार है.. मेरे जैसे व्यक्ति को न्याय नहीं मिल सकता तो आम आदमी के लिए क्या उम्मीद बची है?

यूपी पुलिस द्वारा उनके और उनके परिवार के सदस्यों के आपराधिक रिकॉर्ड जारी करने पर, भुल्लर ने कहा, “ये सभी मामले 10-12 साल पहले यहां कांग्रेस सरकार के दौरान दर्ज किए गए थे। ज्यादातर मामलों में हम बरी हो चुके हैं..इसका मौजूदा मामले से कोई लेना-देना नहीं है।” उत्तराखंड पुलिस ने जहां 11-12 अज्ञात यूपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या सहित कई आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, वहीं कुमाऊं डीआईजी ने कहा कि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।