अभी हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से यह खबर आई थी कि विश्व हिंदू सेना ने एक नेपाली युवक का मुंडन करवाया था। अब इस मामले में खुलासा हुआ है कि जिस युवक का बाल मुंडवाया गया था वो उसका नाम धर्मेंद्र सिंह है और वो नेपाली नहीं है। यह भी खुलासा हुआ है कि युवक ने वाराणसी में यह स्टंट करने के लिए 1000 रुपया लिया था। इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया था। एक युवक अभी भी फरार बताया जा रहा है।

इससे पहले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के भगवान राम पर दिए बयान के विरोध में कथित नेपाली युवक का वाराणसी में जबरन सिर मुंडवाने और जय श्री राम का नारा लगवाने का वीडियो सामने आया था। पुलिस ने खुलासा किया है कि धर्मेंद्र का जन्म वाराणसी में ही हुआ है उसके पास से वहीं का आधार और वोटर कार्ड भी बरामद हुआ था।

यह भी पता चला था कि भेलूपुर थाना क्षेत्र के गंगा किनारे इस व्यक्ति का बाल मुंडवाया गया था। ‘आज तक’ की रिपोर्ट के मुताबिक वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने बताया है कि ‘हमारा संपर्क उस वीडियो में दिख रहे व्यक्ति से भी हुआ। यह व्यक्ति वाराणसी में ही रहता है और जल संस्थान की सरकारी कॉलोनी में उनका आवास है। धर्मेंद्र के माता-पिता जल संस्थान में सरकारी पद पर कार्यरत थे।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया जा रहा है कि धर्मेन्द्र सिंह ने खुलासा किया कि 1000 रुपये के लिए उसने मुंडन करवाया और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ विवादित नारे लगाए थे। धर्मेन्द्र ने बताया कि ‘उसकी मानसिक बीमारी का इलाज चल रहा है। पिछले दो महीने से दवा खरीदने के पैसे नहीं थे।

तभी कुछ लोग आए और बोले बाल मुंडन करवाने और नारे लगाने के 1000 मिलेंगे, तो मैं चला गया क्योंकि मुझे दवा खरीदने के लिए रुपयों की जरूरत थी।’ धर्मेन्द्र ने बताया कि वो बनारसी साड़ी की दुकान पर काम करता है और भेलूपुर स्थित जल संस्थान विभाग के सरकारी क्वार्टर में रहता है।

आपको बता दें कि वीडियो वायरल होने के बाद वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई थी। उस वक्त विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष के साथ इस घटनाक्रम में शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी।