उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) में एक शख्स ने बिजली विभाग की लापरवाही के कारण आत्महत्या कर ली। शख्स बीते 2-3 महीने से गलत बिजली बिल आने से परेशान था। इस संबंध में शिकायत करने पर भी जब अधिकारियों ने उचित कार्रवाई नहीं की तो परेशान शख्स ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना उन्नाव के अचलगंज थाना क्षेत्र के कुशलपुर वसैना गांव की है।
आज तक में छपी रिपोर्ट के अनुसार कुशलपुर वैसना निवासी शुभम राजपूत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था। पूरे मामले में उसके पिता का आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण बीते महीने 1 लाख 9 हजार रुपये का बिल आ गया था। काफी भाग दौड़ करके बिल में संशोधन कराया गया और इधर-उधर से इंतजाम करके 16,377 रुपये बतौर बिल भुगतान किया गया।
हालांकि, 7 अक्टूबर को फिर बढ़ा हुआ बिल आ गया। घर में बिजली उपकरण के तौर पर केवल दो बल्ब, पंखा और टीवी के होने के बावजूद 8,223 का बिल आ गया। इस बात से शुभम मानसिक रूप से परेशान हो गया और फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पिता की मानें तो साल 2022 में शुभम ने 600 रुपये जमा करके बिजली कनेक्शन लिया था। हालांकि, अब इसी के कारण उसकी जान चली गई। घटना के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इधर, जांच करने पर पता चला कि 8,223 रुपये का बिल असलियत में 150 रुपये का ही था। अब पूरे मामले में बिजली विभाग के अधिकारी सफाई दे रहे हैं। वे तकनीकी खराबी के कारण ऐसा होने की बात कह रहे हैं। साथ ही मृतक के पिता के आरोपों को भी गलत बता रहे हैं। उनका दावा है कि पारिवारिक वजह के कारण उसने अपनी जान दी है। मामले का प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने संज्ञान लिया है।