उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित गैंगरेप की घटना के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है। पीड़िता के गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पीड़िता के गांव में मीडिया का भी जमावड़ा है। कई न्यूज चैनल के रिपोर्टरों का कहना है कि उन्हें पीड़ित के परिवार से मिलने नहीं दिया जा रहा है। इस बीच एबीपी न्यूज की एक महिला पत्रकार ने जब पुलिसवालों से पूछा कि आखिर मीडिया को अंदर क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है तो इस पर पुलिस ने कहा कि ऊपर से आदेश है कि उन्हें अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।

न्यूज चैनल की महिला पत्रकार अंजिल सिंह किसी तरह पीड़िता के गांव पहुंचीं। रिपोर्टर को गांव में देख एक पुलिस वाले ने उनसे पूछा कि आप यहां क्यों आई हैं यहां मीडिया को आना मना है? इसपर महिला रिपोर्टर ने जवाब दिया कि वो गांव में आई हैं…रिपोर्टर को बीच में रहकर पुलिसवाले ने कहा कि आप चोर रास्ते से गांव में आती हैं। पुलिसवाले की बात सुनकर महिला रिपोर्टर हक्का-बक्का रह जाती हैं।

आपको बता दें कि पीड़िता के गांव में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के बाद से ही वहां मीडिया को जाने से लगातार रोका जा रहा है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि पीड़ित परिवार को जानबूझ कर मीडिया से नहीं मिलने दिया जा रहा है।

हालांकि मीडिया में चल रही खबरों का खंडन करते हुए यहां के डीएम प्रवीण कुमार ने कहा कि ‘जो पीड़िता के पिता हैं…था जो अन्य परिजन हैं उन्ंहोने कहा है कि पुलिस के द्वारा की गई कार्रावई से हम संतुष्ट हैं।’

इससे पहले बुधवार को हाथरस पीड़िता का पुलिस ने अंतिम संस्कार कर दिया था जिसके बाद इस पूरे मामले में विवाद काफी बढ़ गया है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी समेत अन्य विपक्षी दल लगातार राज्य की योगी सरकार और पुलिस-प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि पुलिस की तऱफ से साफ किया गया था कि शव के खराब होने के डर से ही पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया था।