उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ कहे जाने वाले गोरखपुर में दारोगा पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक के भाई को पीटने का आरोप लगा है। भाजपा विधायक महेंद्र पाल सिंह के भाई रामाशंकर सिंह का आरोप है कि दारोगा और कुछ अन्य पुलिसवालों ने थानेदार के सामने ही उनकी पिटाई की है। अब इस मामले में जांच की जा रही है और एसएसपी ने फिलहाल दारोगा को सस्पेंड भी कर दिया है।

घटना के बारे में मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि शाहपुर के एचएन सिंह चौराहे पर भाजपा विधायक के भाई रामाशंकर सिंह की कार स्कूटी सवार एक युवक से टकरा गई। कार में रामाशंकर सिंह के साथ उनके एक अन्य दोस्त भी मौजूद थे। इसके बाद रामाशंकर सिंह और स्कूटी सवार युवक के बीच बहस शुरू हो गई। रामाशंकर सिंह के मुताबिक थोड़ी ही देर में इस युवक ने फोन कर एक महिला और कुछ पुलिसवालों को वहां बुला लिया।

रामाशंकर सिंह का कहना है कि घटनास्थल पर 2 दारोगा और तीन सिपाही पहुंचे थे। यहां आने पर पुलिसवालों ने पहले उनके दोस्त के साथ मारपीट शुरू कर दी। विरोध करने पर पुलिसवाले दोनों को लेकर थाने में पहुंच गए। शाहपुर थाने में तैनात दारोगा रवि प्रकाश यादव, सिपाही अनिल के साथ एक अन्य दारोगा छोटेलाल और 2 सिपाही घटनास्थल पर पहुंचे थे और इन्हीं पुलिसकर्मियों ने उन दोनों को लेकर थाने में लाया।

रामाशंकर का कहना है कि थाने में उस वक्त शाहपुर थानेदार सुधीर सिंह भी मौजूद थे। थाने में आने के बाद रवि प्रकाश यादव, छोटेलाल, सिपाही अनिल और 2 अन्य पुलिसकर्मियों ने उनकी और उनके एक अन्य दोस्त की जमकर पिटाई कर दी। रामाशंकर का आरोप है कि पुलिस ने डंडे से उनकी पिटाई की है। इधर इस घटना की खबर मिलने के बाद पिपराइच से विधायक महेंद्र पाल समेत कई अन्य भाजपा के नेता और कार्यकर्ता एसएसपी के कैंप कार्यालय में पहुंच गए।

यहां के एसएसपी जगेंद्र कुमार ने बताया कि भाजपा विधायक ने पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी है। इस मामले में दारोगा रवि प्रकाश को निलंबित व सहयोग में पहुंचे दारोगा छोटेलाल और सिपाही अनिल को लाइन हाजिर कर दिया गया है। शाहपुर थानेदार के भूमिका की जांच चल रही है। इस पूरे प्रकरण की जांच एसपी, (सिटी) कर रहे हैं और उनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।