Hasanpur News: उत्तर प्रदेश के हसनपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक सामूहिक विवाह समारोह दौरान उस वक्त सभी हैरान रह गए जब दुल्हन की लिबास में बैठी महिला के ससुर वहां आ धमके। उन्होंने अस्मा नाम की महिला की शादी रोक दी। उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि शादी कर रही अस्मा पहले से ही शादीशुदा है। उसकी शादी उनके बेटे से हुई थी।
माता-पिता के घर वापस आ गई थी महिला
जानकारी अनुसार अस्मा ने तीन साल पहले नूर मोहम्मद से शादी की थी। कथित तौर पर दोनों के बीच कई बार विवाद हुआ। इस बात से दुखी होकर वो अपने माता-पिता के घर वापस आ गई। वो बीते छह महीने से वहीं रह रही थी।
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दोनों के तलाक का मामला अदालत में लंबित है। हालांकि, इस बीच जब अस्मा को यूपी सरकार द्वारा चलाए जा रहे सामूहिक विवाह और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत दुल्हन के लिए 35,000 रुपये सहित जोड़ों के लिए मुफ्त उपहारों की योजना के बारे में पता चला, तो उसने अपने चचेरे भाई जाबेर अहमद से शादी करने का फैसला किया।
पैसे को आपस में बांटने का सौदा किया
बताया जा रहा है कि दोनों ने शादी के दौरान सरकार से मिले उपहार और पैसे को आपस में बांटने का सौदा किया था। उपहार में एक डिनर सेट, दूल्हा-दुल्हन के लिए दो जोड़ी कपड़े, एक दीवार घड़ी, एक वैनिटी किट, एक दुपट्टा, चांदी की बिछिया और पायल और एक लंच बॉक्स शामिल है।
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दोनों ने शादी के लिए मिले पैसों से भैंस खरीदने का भी फैसला किया था। जब आसमा के ससुर (पहले पति के पिता) मैरिज सर्टिफिकेट लेकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार ने मामला पुलिस को सौंप दिया।
दोनों के खिलाफ मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के नियमों का उल्लंघन करने, अनुचित लाभ लेने के लिए आवेदन करने और सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है।