सोशल मीडिया के प्लेटफ़ॉर्म फेसबुक और इंस्टाग्राम पर यदि अब कोई यूजर आत्महत्या से जुड़ी पोस्ट डालेगा तो उसका सीधा अलर्ट यूपी पुलिस के पास जाएगा। यह रियल टाइम अलर्ट अमेरिका के फेसबुक मुख्यालय से सीधा यूपी पुलिस की सोशल मीडिया सेल के पास आएगा। सोशल मीडिया पर चल रहे ट्रायल के दौरान यूपी पुलिस ने प्रयागराज के युवक की जान भी बचाई।
यूपी पुलिस की सोशल मीडिया के एसएसपी राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया के प्लेटफ़ॉर्म फेसबुक और इंस्टाग्राम पर आत्महत्या संबंधी कोई पोस्ट करता है, तो फेसबुक के अमेरिकी मुख्यालय से यूपी पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेंटर के आधिकारिक ई-मेल आईडी और फोन नंबर यूजर से संबंधी सभी जानकारियां दे दी जाएगी। इस संबंध में यूपी पुलिस की तरफ फेसबुक से बात की गई थी।
यूपी पुलिस ने पूरी प्रक्रिया को अपनी सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम से जोड़ रखा है। ऐसे में कोई भी जब शख्स फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सुसाइड पोस्ट डालेगा तो उसकी सारी यूपी पुलिस तक दे दी जाएगी। इसमें कंपनी की ओर से यूजर का फोन नंबर भी उपलब्ध कराया जाएगा। घटना और यूजर की रियल टाइम लोकेशन व जानकारी जुटाने के लिए सोशल मीडिया सेल को यूपी एसटीएफ के सर्वर से भी जोड़ा गया है। ऐसे में संबंधित जिले व थाने की पुलिस तुरंत एक्शन ले सकेगी।
इस पूरी व्यवस्था के बारे में यूपी पुलिस के डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा कि ऐसी बेहतर प्रक्रिया से कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। ऐसी किसी भी सूचना पर पुलिस द्वारा तत्काल कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा राजपत्रित स्तर का अधिकारी मौके पर जाकर संबंधित व्यक्ति की काउंसलिंग भी करेगा। इस प्रक्रिया के ट्रायल के दौरान ही यूपी पुलिस को ट्विटर पर शनिवार सुबह 8 बजे प्रयागराज के 11वीं के छात्र के आत्महत्या के प्रयास की जानकारी मिली।
यूपी पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से ही उस छात्र से आग्रह किया कि वह ऐसा कदम न उठाए। साथ ही मैसेज भेजकर उससे मोबाइल नंबर लेकर उसकी लोकेशन पता की गई। फिर प्रयागराज एसपी यमुनापार ने छात्र से मुलाकात कर उसे समझाया और कहा गया कि वह भविष्य में ऐसा कोई काम न करे। वहीं, फेसबुक से जुड़े अलर्ट की टेस्टिंग के दौरान भी सोशल मीडिया सेल ने मार्च महीने में रात करीब तीन बजकर 31 मिनट पर फेसबुक से मिले अलर्ट के जरिए प्रयागराज के एक युवक की जान बचाई थी।