उत्तर प्रदेश की हरदोई पुलिस ने बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह से जुड़े 9 बदमाशों को पकड़ा गया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं; जबकि एक फरार बताया गया है। इनमें से अधिकतर बांग्लादेशी नागरिक हैं, साथ ही पुलिस फरार बदमाश की तलाश कर रही है। यह सभी इलाके में आपराधिक वारदातों को अंजाम देते थे।

शहर पुलिस और एसओजी टीम ने किया अरेस्ट

मिली जानकारी के मुताबिक, इन सभी की गिरफ्तारी शहर पुलिस और एसओजी टीम ने की है। बीते कुछ दिनों से शहरी और ग्रामीण इलाकों में चोरी, डकैती और झपटमारी की घटनाएं बढ़ गई थी। इसी के चलते टीमों को मामलों में जांच और खुलासे में लगाया गया था। जांच में सामने आया कि कुछ लोग हैं, जो दिन में भीख मांगने का नाटक कर इलाकों में स्थित घरों की रेकी करते हैं और फिर वारदातों को अंजाम देते हैं।

SP ने दी जानकारी

हरदोई पुलिस के एसपी राजेश द्विवेदी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि घुसपैठिए गिरोह से जुड़े 9 लोगों को पकड़ा गया है, इनमें से अधिकतर बांग्लादेश के हैं। इनके पास से 33,600 रुपए, विदेशी मुद्रा, मोबाइल और एक बांग्लादेशी पासपोर्ट बरामद हुआ है। ये बांग्लादेश नागरिक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर सामूहिक रूप से चोरी करते थे। अभी भी इस गिरोह से जुड़ा एक शख्स फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

भीख मांगने का नाटक कर देते थे वारदात को अंजाम

एसपी राजेश द्विवेदी ये लोग भीख मांगने का नाटक कर चोरी एवं झपटमारी जैसी आपराधिक वारदातों को अंजाम देते थे। जांच में पता चला है कि ये लोग विदेशी मुद्रा को भारतीय मुद्रा में बेचने का स्वांग रच कर भी लोगों के साथ ठगी करते थे।

बांग्लादेशी देशी नागरिकों के साथ मेरठ का शख्स भी अरेस्ट

इस मामले में शहर पुलिस और एसओजी टीम ने जिन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है, उनकी पहचान मो खैरुल, मो मिंटू, आलमगीर, मो. शाहआलम, हामिदा, नीली और अफरोजा के रूप में हुई है। पुलिस ने एक किशोरी और मेरठ के किठौर के रहने वाले चंद्रशेखर को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, चंद्रशेखर ने एक बांग्लादेशी महिला से शादी की थी और अन्य बांग्लादेशी नागरिक पहचान छिपाकर हरदोई में रह रहे थे।