उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बीते साल एक होटल में हुए मनीष गुप्ता हत्याकांड में आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह पर योगी सरकार ने एक बार फिर से शिकंजा कसा है। इस बार सरकार का बुलडोजर आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह के लखनऊ स्थित तीन मंजिला मकान पर चला है। बताया जा रहा है कि लखनऊ के चिनहट इलाके में बने इस मकान का नक्शा लखनऊ विकास प्राधिकरण यानी एलडीए से पास नहीं करवाया गया था।
गोरखपुर के चर्चित मनीष गुप्ता हत्याकांड में आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह इस समय जेल में बंद है और उसे बर्खास्त भी कर दिया गया था। लखनऊ के चिनहट इलाके में करीब नौ सौ स्क्वायर फीट के क्षेत्र में बने इस तीन मंजिला मकान की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। हालांकि, रसूख का इस्तेमाल कर बिना नक्शा पास करवाकर बनवाए गए इस मकान पर योगी सरकार का बुलडोजर ध्वस्तीकरण में लगा है। इस घर में कुछ किरायेदार भी रह रहे थे।
मनीष गुप्ता हत्याकांड में सीबीआई इंस्पेक्टर समेत सभी 6 आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इस मामले के चलते योगी सरकार की भरी किरकिरी हुई थी। जिसके बाद इस हत्याकांड की जांच सीबीआई कर रही है। वहीं योगी सरकार के द्वारा मृतक मनीष की पत्नी को केडीए में नौकरी भी दी गई थी। मनीष गुप्ता हत्याकांड में सीबीआई ने 7 जनवरी को चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी।
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह, तीन सब इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल को हत्यारोपी माना था। बता दें कि योगी सरकार की सिफारिश पर सीबीआई ने 2 नवंबर को यह केस हैंडओवर कर जांच शुरू की थी। ज्ञात हो कि कानपुर के प्रॉपर्टी कारोबारी मनीष गुप्ता गोरखपुर घूमने गए थे। इस दौरान वह 27 सितंबर 2021 में रामगढ़ ताल इलाके के होटल कृष्णा पैलेस में रुके हुए थे। तभी रात में पुलिस कर्मियों ने छापेमारी की थी।
होटल के कमरे में कुछ वाद-विवाद के चलते पुलिस पर आरोप लगा था कि पुलिस वालों ने मनीष गुप्ता को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया था। फिर जब उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया तो वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। इस मामले में भारी किरकिरी और मामला दर्ज होने के बीच आरोपी पुलिस वाले कई दिनों तक फरार रहे थे। हालांकि, अब एलडीए ने अवैध तरीके से बनाए गए मकान पर बुलडोजर चलवा दिया है।