उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में शनिवार को अपने बचपन के दोस्त की जलती हुई चिता में कूदने के बाद एक व्यक्ति की 90 प्रतिशत झुलसने से मौत हो गई। फिरोजाबाद पुलिस के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक जिले के मड़िया नदिया गांव में 40 वर्षीय अशोक कुमार के शव को आग के हवाले किए जाने के बाद उसका दोस्त 42 वर्षीय गौरव सिंह अचानक उसमें कूद गया।

इलाज के लिए आगरा ले जाते वक्त मौत

पुलिस अधिकारी ने बताया कि अशोक कुमार के अंतिम संस्कार में मौजूद लोग जब तक गौरव सिंह को बाहर निकालते तब तक वह चिता की आग में जलने से गंभीर रूप से घायल हो चुका था। इलाज के लिए आगरा के अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। गौरव के बड़े भाई कमल सिंह ने कहा, “हम अपने भाई गौरव को आगरा के एक अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। गढ़िया पंचवटी में शनिवार शाम को उनका अंतिम संस्कार किया गया।”

पुलिस अधिकारी ने कहा- हम घटना की जांच करेंगे

फिरोजाबाद के नगला खंगर थाने के प्रभारी महेश सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस को फोन पर बताया, “अशोक के शव को श्मशान घाट ले जाया गया और चिता को जलाया गया। धीरे-धीरे स्थानीय निवासी और परिवार के सदस्य मौके से जाने लगे, लेकिन गौरव वहीं रुका रहा।” उन्होंने कहा, “जो लोग श्मशान घाट पर थे उन्होंने कहा कि अचानक गौरव अपने दोस्त की जलती हुई चिता में कूद गया। वहां मौजूद लोग उसे बचाने के लिए दौड़े, लेकिन वह गंभीर रूप से झुलस गया। हम घटना की जांच करेंगे।”

गौरव और अशोक ने एक ही दिन की थी शादी

गौरव के बड़े भाई कमल सिंह ने पुलिस को बताया कि अशोक और गौरव बचपन से साथ थे। दोनों एक ही स्कूल में पढ़े और एक ही दिन शादी की। अशोक एक विशेषज्ञ ड्रम (ढोलक) वादक था, जबकि मेरा भाई उसके साथ मंजीरा (मंजीरा) लेकर जाता था। उन्हें अक्सर शादियों और अन्य सामाजिक समारोहों में संगीत बजाने के लिए आमंत्रित किया जाता था।

कैंसर से हुई थी अशोक की मौत

पुलिस ने कहा कि अशोक को छह महीने पहले कैंसर का पता चला था और बढ़ती कमजोरी के कारण पिछले एक महीने में गौरव के साथ समारोह में जाना मुश्किल हो गया था। अशोक का शनिवार तड़के उनके पैतृक गांव मड़िया नदिया में निधन हो गया। अधिकारियों ने बताया कि पास के गढ़िया पंचवटी गांव में रहने वाला गौरव इसके तुरंत बाद अपने दोस्त के यहां पहुंचा। इसके बाद श्मशान पहुंचने पर यह दर्दनाक घटना सामने आई।