मुंबई अंडरवर्ल्ड में कभी राज करने वाले डॉन दाऊद इब्राहिम के कई सारे किस्से हैं। देश को कई घाव देने वाला दाऊद आज दूसरे देश में भाड़े की जिंदगी जी रहा है। दाऊद का नाम आखिरी बार आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग के दौरान खूब चर्चा में रहा था। उस स्पॉट फिक्सिंग के केस को लेकर दिल्ली पुलिस ने ही खुलासा किया था, जिसका नेतृत्व तत्कालीन पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार कर रहे थे।
तत्कालीन पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस ने मैच फिक्सिंग के केस को लेकर बड़ा खुलासा किया था। पुलिस का मानना था कि इस फिक्सिंग के तार अंत में जाकर दाऊद इब्राहिम से जुड़ रहे थे। मुंबई धमाकों के बाद दाऊद का नाम देश के किसी बहु-चर्चित मामले में फिर से आ रहा था। साल 2013 की बात है और तत्कालीन पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को एक फोन आया।
नीरज कुमार ने फोन देखा तो उन्हें कोई नंबर नहीं दिखा लेकिन उन्होंने घंटी बजने के चलते फोन उठा लिया। दूसरी तरफ से फोन पर कौन सा शख्स था, इस बारे में उन्हें कतई अंदाजा नहीं था। हालांकि, जैसे ही उधर से आवाज आई कि ‘अरे साहब रिटायर होने जा रहे हैं, अब तो पीछा छोड़ दो’। नीरज कुमार को नंबर भले ही नहीं दिखा था, लेकिन वह समझ चुके कि फोन कॉल पर दूसरी तरफ कौन है?
नीरज कुमार ने इस वाकये को एक टीवी चैनल के कार्यक्रम पर हुई बातचीत में साझा किया था। नीरज कुमार को यह कॉल दाऊद इब्राहिम ने किया था। यह तीसरा मौका था जब नीरज कुमार फोन कॉल पर दाऊद से बात कर रहे थे। इससे पहले भी दो बार दाऊद ने उन्हें अलग-अलग समय पर फोन किया था। बकौल नीरज, दाऊद उन्हें इशारों में यह बताना चाहता था कि जब आप रिटायर हो जाएंगे तो आपके पास सिक्योरिटी नहीं रहेगी।
नीरज कुमार का मानना था कि स्पॉट फिक्सिंग के मामले में नाम आने के बाद दाऊद उन्हें स्पष्ट तौर पर धमकी दे रहा था कि, रिटायर होने के बाद आप उतने सुरक्षित नहीं रह पाएंगे। हालांकि, नीरज कुमार बताते हैं कि न तो केस में उन्होंने कोई कसर छोड़ी थी और न ही दाऊद की धमकी उन्हें किसी तरह से कमजोर कर पाई थी। बता दें कि, एक पुलिसवाले का बेटा रहा दाऊद इब्राहिम मुंबई बम धमाकों, 1993 से पहले ही देश छोड़कर भाग गया था।