फर्जी मंत्री और अपराध शाखा का अधिकारी बनकर वसूली तथा ठगी करने वाले चाचा-भतीजे को कोतवाली फेज तीन की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चाचा अपराध शाखा का अधिकारी बनता था तो भतीजा कभी केंद्रीय मंत्री, तो कभी राज्य के मंत्री तो कभी मंत्रियों के पीएस बनकर ट्रांसफर- पोस्टिंग कराने का लालच देकर लाखों की कमाई करता था।
जेल भेजने के नाम पर वसूले पैसेः एक आरोपी ने शनिवार (17 अगस्त) को अपराध शाखा का अधिकारी बनकर एक शख्स को गाड़ी में बंधक बना लिया और जेल भेजने के नाम पर उससे 33 हजार रुपए वसूल लिए। पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ा, तो उसे छुड़ाने के लिए दूसरे आरोपी ने मंत्री बनकर नोएडा के एसपी सिटी को फोन किया। बहरहाल जांच में माजरा सामने आने पर पूरे रैकेट का खुलासा हुआ। कोतवाली फेज तीन पुलिस ने दिल्ली के मयूर विहार फेज तीन के रहने वाले प्रेम शर्मा और बुलंदशहर के सिकंदराबाद निवासी आकाश शर्मा को ममूरा चौक से गिरफ्तार कर लिया।
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रिश्ते में चाचा-भतीजे लगते हैं आरोपीः पुलिस ने बताया कि प्रेम और आकाश रिश्ते में चाचा भतीजे लगते हैं। चाचा प्रेम शर्मा खुद को नोएडा पुलिस का क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताता था, जबकि आकाश खुद को मंत्री बताता था।एसपी सिटी विनीत जायसवाल ने बताया कि 17 अगस्त को कोतवाली फेज तीन में ममूरा निवासी भारत उर्फ अर्जुन ने मुकदमा दर्ज कराया था कि उसे कुछ लोगों ने क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर बंधक बना लिया था और जेल भेजने की धमकी देकर 33 हजार रुपए वसूल लिए थे।
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फर्जी मंत्री बनकर किया फोनः उन्होंने बताया, ‘‘जब इस मामले की जांच पुलिस ने शुरू की और प्रेम शर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तब एसपी सिटी के पास दूसरे आरोपी ने एक मंत्री बनकर फोन किया तथा प्रेम पर पर किसी प्रकार का दबाव नहीं बनाने की हिदायत दी। इसके बाद फर्जी मंत्री ने अन्य अधिकारियों को भी फोन किया।’’ एसपी सिटी को बातचीत संदिग्ध लगी। इसके बाद जांच के दौरान रविवार (18 अगस्त) की सुबह दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में एक अन्य आरोपी का नाम प्रकाश में आया है। इसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।