मध्यप्रदेश में जिला जेल अलीराजपुर के दो जेल प्रहरियों पर एक महिला कैदी ने रेप का आरोप लगाया है। महिला कैदी अपने पति के साथ जिला जेल अलीराजपुर में बंद है। महिला के अनुसार, जब वह पैरोल पर बाहर थी और अपने पति से मिलने जेल आई थी तभी दोनों प्रहरियों ने उसके साथ सरकारी आवास पर ज्यादती की थी। अब इस मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जोबट की उप जेल में भेज दिया गया है।

मामले में जानकारी देते हुए अजाक के उप पुलिस अधीक्षक आदित्यराज सिंह ठाकुर ने बताया कि, देवास जिले के इमलीपुरा के मूल निवासी दोनों पति-पत्नी फर्जी शादियां कराने के जुर्म में अलीराजपुर जेल में पांच साल की सजा काट रहे हैं। महिला कोरोना महामारी के कारण 2 महीनों के लिए पैरोल पर बाहर थी। अगस्त महीने में पैरोल के समय में ही वह अपने पति से मिलने आई थी।

सरकारी आवास में दिया घटना को अंजाम: आरोप है कि मुलाकात के बाद जब वह वापस घर लौट रही थी तो इसी दौरान जेल प्रहरी अनिल त्रिवेदी से मुलाकात हुई। वह महिला को अपने जेल लाइन स्थित सरकारी आवास में रखी मेडिकल रिपोर्ट देने के बहाने वहां ले गया। आवास पर पहले से ही वीरेंद्र यादव नाम का जेल प्रहरी मौजूद था। इसके बाद दोनों ने महिला के साथ दुष्कर्म किया और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी दी।

जेल लौटने पर पति को सुनाई आपबीती: दुष्कर्म की घटना के बाद महिला चुप रही लेकिन पैरोल खत्म होने के बाद महिला को बड़वानी जेल भेज दिया गया। इसके बाद महिला की मांग पर उसे अलीराजपुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया। यहां 26 दिसंबर के दिन महिला ने अपने पति से मुलाकात कर सारी आपबीती बताई।

महिला के भाई ने दर्ज कराई शिकायत: 29 दिसंबर को जब महिला का भाई उससे मिलने जेल आया तो महिला के पति ने अपने साले को पूरी बात बताई। फिर महिला के भाई ने महिला थाने में रेप की लिखित शिकायत दर्ज कराई।

आरोपी भेज दिए गए जेल: जेल प्रहरियों के द्वारा सरकारी आवास पर इस तरह की घटना को अंजाम देने की खबर फैलते ही हड़कंप मच गया। ऐसे में पुलिस ने महिला का बयान दर्ज कर एक्शन लेते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद दोनों जेल प्रहरियों अनिल और वीरेंद्र को कोर्ट में पेश कर 31 दिसंबर को जोबट उप जेल भेज दिया गया।