तेलंगाना के निज़ामाबाद जिले में एक दंपत्ति और उनके बेटे ने आत्महत्या कर ली। दरअसल, उक्त दंपति के बेटे ने ऑनलाइन गेम खेलने के लिए 30 लाख रुपये कर्ज लिए थे। उसको चुकाने में असमर्थ होने के बाद तीनों ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना गुरुवार (3 अक्टूबर) देर रात की है।

मृतकों की पहचान रंगनवेनी सुरेश (53), उनकी पत्नी हेमलता (45) और उनके बेटे हरीश (22) के रूप में हुई है। सूत्रों के मुताबिक, हरीश को कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन मोबाइल गेम की लत लग गई थी और उसकी लत के कारण परिवार पर 30 लाख रुपये का कर्ज हो गया था।

इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के अनुसार परिवार ने अपनी जमीन भी बेच दी, जिसपर वो खेती करते थे। लेकिन यह उनका कर्ज़ चुकाने के लिए काफी नहीं थी। बढ़ते दबाव को झेलने में असमर्थ होने पर पीड़ितों ने यह कदम उठाया।

घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शुरुआती जांच कर मामला दर्ज कर लिया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए बोधन क्षेत्र अस्पताल भेजा गया।

गौरतलब है कि बीते दिनों ऐसा ही एक मामला झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में भी सामने आया था। यहां के कपाली स्थित तामोलिया सिटी में बेटे के शेयर बाजार में 70 लाख रुपये डूबने के बाद परिवार के तीन सदस्यों ने जहर खा ली।

जहर खाने वालों में युवक के मां-पिता और दादी शामिल हैं। घटना में मां-दादी की मौत हो गई, जबकि पिता की हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि, बकायेदारों का दबाव बढ़ने के बाद युवक शहर छोड़ कर भाग गया है। यह परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर का रहने वाला है।

पुलिस के अनुसार अंशु श्रीवास्तव नाम के शख्स ने शेयर बाजार में पैसे लगाने के नाम पर दोस्तों और रिश्तेदारों से 60-70 लाख रुपये उधार लिए थे। ये पैसे उसने ये कहकर लिए थे कि ब्याज के रूप में वो उसका भुगतान कर देगा, लेकिन पैसे डूब गए. पैसे वापस करने के लिए दबाब पड़ना शुरू हुआ तो वो शहर छोड़कर भाग गया. वहीं, परिजनों ने जहर खा ली.