तेलंगाना पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के पार्षद को गद्दीयानाराम से अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के बेटे के अपहरण के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार किया है। भाजपा नेता की पहचान बद्दाम प्रेम महेश्वर रेड्डी के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया है कि रेड्डी के साथ कुछ अन्य आरोपी भी इस अपहरण में शामिल थे।
यह है मामला
जानकारी के मुताबिक, भाजपा नेता बद्दाम प्रेम महेश्वर रेड्डी ने जिस युवक का अपहरण किया, उसके पिता की रेड्डी के साथ पुरानी रंजिश थी। भाजपा नेता रेड्डी ने अपहरण की योजना युवक के पिता के रूप में पहचाने जाने वाले शख्स लंका लक्ष्मीनारायण के लिए तैयार किया था। ऐसे में जब किडनैपिंग को अंजाम देते वक्त लक्ष्मीनारायण घर पर नहीं मिला तो रेड्डी के लोग उसके 22 साल के बेटे को ही उठा ले गए।
बदला लेने के लिए रची साजिश
पुलिस के अनुसार लंका लक्ष्मीनारायण, पार्षद बद्दाम प्रेम महेश्वर रेड्डी के डिविजन में आने वाले मुद्दों पर उसका विरोध करता था, जिसके चलते वह लक्ष्मीनारायण को सबक सिखाना चाहता था। रेड्डी ने इस अपहरण की योजना में लक्ष्मीनारायण के भाई लंका मुरली और श्रवण नाम के शख्स को शामिल किया। लंका मुरली का भाई से संपत्ति का तो वहीं श्रवण का भी लंका लक्ष्मीनारायण से पुराना विवाद था, इसलिए रेड्डी ने एकसाथ सबका बदला पूरा करने की साजिश रची।
सचिवालय कर्मचारी को दिया किडनैपिंग का काम
इस पूरे मामले में रेड्डी ने एक अन्य भाजपा समर्थक व सचिवालय कर्मचारी पुनीथ को पूरा प्लान समझाया और लंका लक्ष्मीनारायण का अपहरण करने के लिए कहा। इसी कड़ी में पुनीथ अपने लोगों के साथ दो सितंबर की रात करीब 1 बजे लक्ष्मीनारायण के घर पहुंचा और नारायण के न मिलने पर बेटे लंका सुब्रमण्यम को उठा लिया। इस घटना के बाद लक्ष्मीनारायण ने राचकोंडा पुलिस को सारी जानकारी दी थी और आरोप रेड्डी पर ही था।
BJP नेता की ऐसे खुली पोल
पुलिस के मुताबिक इस मामले में भाजपा नेता का नाम तब सामने आया, जब पुलिस ने युवक को किडनैप करने वालों को दबोच लिया। जिसके बाद पूछताछ में भाजपा नेता रेड्डी का नाम सामने आया। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता बद्दाम प्रेम महेश्वर रेड्डी के लिए यह मामला नया नहीं है। इससे पहले भी उन पर एक अन्य व्यक्ति का अपहरण कर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लग चुका है।
