नेपाल में तीज त्योहार से पहले प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर को लेकर कड़ा नियम जारी किया गया है। पदाधिकारियों ने मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों को मुख्य मंदिर परिसर के अंदर तस्वीरें खींचने और वीडियो शूट करने को लेकर आगाह किया है। पदाधिकारियों के अनुसार, मंदिर के अंदर फोटो खींचने वाले लोगों पर दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यानी अब किसी को मंदिर के अंदर फोटो खींचते हुए या वीडियो बनाते हुए देखा गया तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। उनके खिलाफ साइबर अपराध कानूनों के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है।

दुनिया भर से आते हैं हजारों श्रद्धालु

दरअसल, काठमांडू में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर एक विश्व प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान पशुपति (महादेव) को समर्पित है। यह मंदिर बागमती नदी के तट पर स्थित है। भारत और दुनिया भर से प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं। मंदिर संबंधी मामलों की देखरेख करने वाले ट्रस्ट (पीएडीटी) ने शुक्रवार को कहा कि पशुपतिनाथ मंदिर परिसर के अंदर तस्वीरें खींचना या वीडियो शूट करना पहले से ही प्रतिबंधित है। उन्होंने आगे कहा कि ताजा चेतावनी हिंदू त्योहार तीज से पहले जारी की गई है। इस साल यह तीन दिवसीय उत्सव रविवार से शुरू होगा।

ट्रस्ट ने जारी किया नोटिस

पीएडीटी ने शुक्रवार को जारी नोटिस में चेतावनी दी कि मुख्य मंदिर परिसर के अंदर वीडियो बनाने और तस्वीरें लेने वालों पर 2,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा। पीएडीटी प्रवक्ता रेवती रमन अधिकारी ने कहा कि तीज के त्योहार से पहले विशेष रूप से युवक एवं युवतियां मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद मंदिर परिसर में घुस आते हैं। वे वीडियो और तस्वीरें लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं।

पशुपति के शिवलिंग के टिकटॉक वीडियो आए सामने

उन्होंने कहा, ‘‘हमने पशुपति के शिवलिंग के टिकटॉक वीडियो देखे हैं। हमने पाया है कि मुख्य मंदिर की तस्वीरें और वीडियो फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया साइट पर शेयर किए गए हैं। यह नियम के विरुद्ध है।’’ अधिकारी ने कहा कि मंदिर परिसर के अंदर वीडियो बनाने या तस्वीरें लेने वालों पर 500 रुपये से 2,000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा। तीज एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। इस अवसर पर पूरे नेपाल से हजारों महिलाएं पशुपतिनाथ मंदिर में भगवान शिव एवं उनकी पत्नी पार्वती की पूजा-अर्चना करने के लिए एकत्र होती हैं।