सलमान रुश्दी पर हमले के बाद अपनी जान को खतरा को बताने और सालों से चरमपंथियों के निशाने पर रहने वाली लेखिका तसलीमा नसरीन ने दावा किया है कि उनकी हत्या की जा सकती है और एक पाकिस्तानी धर्मगुरु खादिम रिजवी मुझे मारना चाहता था। बांग्लादेश में पैदा हुईं लेखिका तसलीमा नसरीन के खिलाफ कथित इस्लाम विरोधी टिप्पणियों के लिए अतीत में कई फतवे (मौत की सजा) जारी हो चुके हैं।

तसलीमा ने किया दावा

तसलीमा नसरीन ने ट्विटर पर धर्मगुरु का एक वीडियो साझा किया। उन्होंने लिखा, ‘यह धर्मगुरु मुझे मारना चाहता था और उसने इस्लाम के नाम पर लाखों पाकिस्तानी चरमपंथियों को मुझे मारने के लिए प्रेरित किया। इस धर्म गुरु ने दावा किया कि उसने मेरी किताब पढ़ी है लेकिन सच तो यह है कि ये शख्स झूठ बोल रहा था।

हो सकती है मेरी हत्या- तसलीमा नसरीन

बीते दिनों लेखक सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमला किए जाने के बाद तसलीमा ने कहा था कि उनकी भी हत्या हो सकती है। नसरीन ने कहा था कि “ऐसा नहीं है कि मेरे खिलाफ बहुत पहले फतवा जारी किया गया था और अब वे लोग इसे भूल गए हैं। वे कभी नहीं भूलेंगे और जब भी मौका मिला तो वे मुझे मार डालेंगे।”

सलमान रुश्दी ने जेल में दिया इंटरव्यू

सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमले के आरोपी हादी मतार ने न्यूयॉर्क पोस्ट को एक इंटरव्यू में बताया कि वह घटना के बाद यह जानकार “हैरान” था कि रुश्दी (Salman Rushdie) हमले में बच गए हैं। न्यूयॉर्क पोस्ट ने जेल में बंद संदिग्ध के साथ एक वीडियो इंटरव्यू किया था। मतार ने बताया कि “जब मैंने सुना कि वह (रुश्दी) बच गया तो मुझे आश्चर्य हुआ”।

रुश्दी के हमलावर ने ईरानी नेता खोमैनी को बताया महान

न्यूयॉर्क पोस्ट को दिए गए इंटरव्यू में हादी मतार (Hadi Matar) बताया कि वह ईरान के पूर्व सर्वोच्च नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खोमैनी का सम्मान करता है। उसने बताया कि मुझे लगता है कि वह (खोमैनी) एक महान व्यक्ति हैं। हालांकि उसने यह नहीं बताया कि उसका हमला खोमैनी के द्वारा जारी किए गए फतवे से प्रेरित था या नहीं।

हादी मतार बोला- मैं नहीं करता रुश्दी को पसंद

मतार ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया कि उसने सलमान रुश्दी के उपन्यास द सैटेनिक वर्सेज (The Satanic Verses) के “कुछ पन्ने पढ़े” हैं। उसने बताया कि “मुझे वह शख्स पसंद नहीं है। मुझे नहीं लगता कि वह बहुत अच्छा इंसान है।” मतार ने कहा कि वह ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के संपर्क में नहीं था। एक ट्वीट के जरिए उसे पता चला था कि रुश्दी चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन में बोलने वाले हैं, जिसके बाद ही उसने हमले की तैयारी की थी।