दिल्ली में कुछ हफ्ते पहले स्विस महिला की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में अब खुलासा कर दिया है। दरअसल, महिला की लाश सरकारी स्कूल से बरामद हुई थी। महिला के हांथ-पैर जंजीर से बंधे हुए थे। जंजीर में ताला लगा हुआ था। महिला के सिर में चोट लगी थी। खून के धब्बे सूख गए थे। ऐसा लग रहा था कि महिला की मौत दम घुटने के कारण हुई है। वहीं घटना स्थल से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर पुलिस को एक सफेद रंग की हुंडई सेंट्रो बरामद हुई थी। जो सूखे हुए घास से ढकी हुई थी।
कार के बरामद होने के बाद पुलिस 33 साल के आरोपी गुरप्रीत सिंह तक पहुंची। गुरप्रीत पर स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख की रहने वाली 30 साल की पीड़िता नीना बर्जर की हत्या का आरोप है। पेशे से वे एक वकील थीं। गुरप्रीत को उनके घर से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गुरप्रीत अपने 53 साल के पिता अर्जुन सिंह, 50 साल की मां रूप कौर और 26 साल की बहन परमजीत कौर के साथ रहता था। पड़ोसियों का कहना है कि शायद ही परिवार सोसायटी के किसी प्रोग्राम में शामिल होता था। पहले वे सुभाष नगर में रहते थे। इसके बाद 9 साल तक तिलक नगर में रहने चले गए। इसके बाद वे जनकपुरी आ गए थे।
पड़ोसियों ने कहा कि गुरप्रीत हमेशा रुमाल से अपना चेहरा ढका होता था। वह अपनी कार को हमेशा सोसायटी से दूर पार्क करता था। पड़ोसियों का कहना है कि इतना अमीर होने के बाद भी उनके पास दो ही गाड़ी थी। वह भी सेकेंड-हैंड डीलरों से खरीदी हुई।
सेक्स वर्कर के नाम से खरीदी कार
पुलिस के मुताबिक, गुरप्रीत ने हत्या से एक हफ्ते पहले अपनी सैंट्रो कार एक सेकेंड-हैंड कार डीलर से खरीदी थी और इसे सेक्स वर्कर के नाम पर रजिस्टर कराया था। मामले में एक अधिकारी ने कहा ”कार खरीदते समय उसने सेक्स वर्कर का पहचान पत्र दिखाया और डीलर से झूठ बोला कि वह उसकी रिश्तेदार है। नीना का शव मिलने के बाद जब हम सेक्स वर्कर के पास गए तो उसने हमें बताया कि गुरप्रीत अक्सर उससे मिलने आता था। उसने एक बार उसका पहचान पत्र चुरा लिया था। उसने हत्या के एक सप्ताह पहले की कार खरीदी थी इससे साफ होता है कि यह मर्डर प्लानिंग के तहत की गई थी।
जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि हत्या के दिन गुरप्रीत ने पीड़िता से कहा था कि वह उसे सरप्राइज ड्राइव पर ले जाएगा। बाद में उसने यह कहकर पीड़िता के हांथ-पैर बांध दिए कि यह अनुष्ठान का हिस्सा है। इससे वह ठीक हो जाएगी। इसके बाद प्लास्टिक की थैली से उसका गला घोंट दिया। उसने शव को एक दिन तक कार के अंदर ही रखा। बाद में जब बदबू फैलने लगी तो उसने शव को ठिकाने लगाने का सोचा।
असल में गुरप्रीत के पिता हस्तरेखा विज्ञान और रत्न की जानकारी रखते थे। वे इससे समस्याओं को दूर करने के लिए संबंधित पूजा पाठ भी कराते थे। वह भी अपने पिता की तरह बनना चाहता था। उसने अपने पिता से यह विद्या सीखी औऱ अपना काम शुरू कर दिया। इस सिलसिले में वह अक्सर विदेश जाता था। गुरप्रीत लोगों से चैट करता था। वह उनसे कहता था कि इनकी समस्याओं को दूर करने के लिए वह उनके देश आ सकता है। वह सबकुछ ठीक कर देगा। सिर्फ उन्हें इसके लिए कुछ अनुष्ठान करने होंगे।
जांच के मुताबिक, गुरप्रीत की मुलाकात नीना से चार साल पहले ओमेगल पर हुई थी। वह अपने माता-पिता से अलग रहती थी। जब गुरप्रीत से उसकी मुलाकात हुई तो वह पैसों को लेकर परेशान थी क्योंकि उसकी लॉ कंपनी घाटे में चल रही थी। गुरप्रीत उससे मिलने 5 सालों में 4 बार गया। उसने कहा कि वह पूजा करेगा, कुछ रत्न देगा जिससे सब ठीक हो जाएगा। गुरप्रीत ने अपने पिता को बाबा बनाकर नीना से मिलवाया। उसने पूजा के नान पर नीना से कई बार पैसे मांगे।
नीना पर 8 लाख का था बकाया
इस तरह नीना के ऊपर गुरप्रीत के लगभीग 8 लाख रुपये बकाया थे। वह बार-बार पैसों की मांग कर रहा था। नीना पैसे ट्रांसफर होने में परेशानी का हवाला देते हुए बार-बार इनकार करती रही। इसके बाद गुरप्रीत ने प्लानिंग की और नीना को पूजा कराने के बहाने भारत आकर एटीएम से पैसे निकाले को कहा।
नीना 11 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचीं और पश्चिमी दिल्ली के टैगोर गार्डन में एक होटल बुक किया। 17 अक्टूबर को वह उसे पैसे निकालने के लिए पास के एटीएम मशीन में ले जाता है… हालांकि, बैंक से इतनी बड़ी रकम निकालने की परमिशन नहीं देता है। उसने दोबारा यही कोशिश की मगर असफल रहा। इसके बाद उसने नीना को मारने की प्लानिंग की। पुलिस ने कहा कि गुरप्रीत नौ दिनों से पुलिस हिरासत में है। वह बार-बार अपने बयान बदल रहा है। मामले में आगे की जांच की जा रही है।