Swami Prasad Maurya Sued Noida CP for defamation case: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने नोएडा के पुलिस आयुक्त के खिलाफ मानहानि का केस कर दिया है। मौर्य ने आलोक कुमार को 11.50 करोड़ का मानहानि नोटिस भी भेजा है। मौर्य का मानना है कि उन्होंने बिना जांच-पड़ताल के दावा किया कि सपा नेता ने श्रीकांत त्यागी को ‘विधायक’ वाला कार स्टीकर दिलवाया था। मामले में मोड़ इसलिए भी आया क्योंकि, जांच में स्टीकर फर्जी पाया गया।
मानहानि का केस करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीते दिनों एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा था कि “पुलिस कमिश्नर ने बिना जांच के मेरा नाम लिया है। मैं पुलिस कमिश्नर के खिलाफ मानहानि का दावा दायर करूंगा। श्रीकांत त्यागी नहीं बल्कि पुलिस कमिश्नर (Noida Police Commissioner) ने मेरा नाम उछाला है।” स्वामी का कहना है कि उनका जनाधार बढ़ा है, इसलिए भाजपा डरती है। यही कारण है कि मेरा नाम बार-बार उठाया जा रहा है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे यह भी कहा था कि जब मैं भाजपा (BJP) में था तो श्रीकांत त्यागी ने सदस्यता कैसे ली? इसकी जांच होनी चाहिए। मौर्य ने कहा, “यह भाजपा की राजनीति है इसलिए मेरा नाम उछाला गया। कभी एसटीएफ (STF) मामले में तो कभी श्रीकांत मामले में। त्यागी को फॉर्च्यूनर कार के लिए पास कैसे मिला, यह भाजपा को बताना चाहिए।” इसके अलावा स्वामी ने यह भी दावा किया था कि, “उन्हें, कुछ दिन पहले ही 2022 का कार स्टीकर जारी किया गया था। मैं किसी को पास कैसे दे सकता हूं? अगर श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) के पास 2023 का पास है तो इसका जवाब भाजपा से पूछें।”
नोएडा में एक महिला के साथ मारपीट करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किए गए श्रीकांत त्यागी की गाड़ी पर एक विधायक वाला स्टीकर लगा रखा था। पूछताछ के दौरान, उसने कथित तौर पर खुलासा किया कि उसकी कार पर जो स्टीकर लगा है, वह स्वामी प्रसाद मौर्य के माध्यम से उसे मिला था। अपनी ओर से, स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले त्यागी के आरोपों का खंडन किया था। उन्होंने भाजपा पर लोगों को झूठ और धोखे से गुमराह करने का आरोप लगाया।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बताया था कि “मैंने श्रीकांत त्यागी को कोई पास नहीं दिया। यह भाजपा का झूठ है, यह नौटंकी है। बीजेपी मुझे अपनी गलती के लिए दोषी ठहरा रही है। मौर्य (जो फिलहाल उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं) ने कहा कि वह आखिरी बार 2017 में त्यागी से मिले थे। उस समय, त्यागी ने खुद को भाजपा नेता के रूप में पेश किया था। मौर्य ने कहा कि तब से उनके और स्वयंभू भाजपा नेता त्यागी के बीच कोई संपर्क नहीं है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि वह पिछले चार से त्यागी के संपर्क में नहीं हैं, फिर भी भाजपा बार-बार क्यों कह रही है कि मैं उनसे संबंधित हूं? बीजेपी के कई बड़े नेताओं के साथ त्यागी की फोटो थी, अब जब भाजपा जनता के सामने बेनकाब हो चुकी है, तो वह दूसरों पर दोष मढ़ रही है। ज्ञात हो कि मौर्य पिछली भाजपा सरकार में मंत्री थे। उन्होंने इस साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ दी और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने दावा किया कि उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है।