झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान नक्सलियों ने भाजपा के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला कर दिया। इस घटना में वे तो बाल-बाल बच गए लेकिन नक्सलियों ने कथित तौर पर पूर्व विधायक की सुरक्षा में तैनात दो सुरक्षाकर्मियों की गला रेतकर हत्या कर दी।
पश्चिमी सिंहभूम मुख्यालय के डीएसपी सुधीर कुमार द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि मनोहरपुर के पूर्व विधायक गुरुचरण नायक गोइलकेरा थाना के झिलरुआ गांव में एक खेल आयोजन में भाग लेने पहुंचे थे। शाम को 05:30 बजे जब कार्यक्रम खत्म हुआ तो सिविल ड्रेस में पहुंचे नक्सलियों ने विधायक के वाहन को घेर लिया और सुरक्षाकर्मियों के हथियार छीन लिए।
प्रेस रिलीज में यह भी बताया गया कि इस दौरान एक जवान मारा गया और दूसरा गुम हो गया था जिसे बाद में मृत पाया गया। इसके अलावा एक अन्य सुरक्षाकर्मी पूर्व विधायक के साथ सोनुआ पहुंचा था। उनके द्वारा जानकारी देने के तत्पश्चात ही सीआरपीएफ जवानों और पश्चिमी सिंहभूम पुलिस ने इलाके में छापेमारी शुरू कर दी है, जो अभी तक जारी है।
चाईबासा एसपी अजय लिंडा ने इस घटना में पुष्टि की है कि हमले में दो जवान मारे गए। “एक सुरक्षाकर्मी शुरुआती क्षणों में गायब था लेकिन बाद में हमें उसका शव मिल गया था। मामले में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक के बयान के अनुसार, यह काम हथियारबंद नक्सलियों का काम था। एसपी अजय लिंडा ने कहा, हम इस घटना की सभी एंगल्स से जांच कर रहे हैं।”
चक्रधरपुर सब डिवीजन के पुलिस अधिकारी दिलीप खलखो के हवाले से पीटीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा में तैनात जवानों का गला काटा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, “नक्सलियों ने उनके दो जवानों का गला काट दिया और उनकी एके-47 राइफल भी छीन ली। इसके अलावा उन्होंने एक अन्य सुरक्षाकर्मी का भी हथियार छीन लिया था जो मौके से जान बचाकर निकल गया था।
द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पूर्व विधायक नायक के भाई राजेश प्रधान ने कहा कि वह हमले के दौरान उस जगह मौजूद था। प्रधान ने कहा ‘हथियारों से लैस दो दर्जन से अधिक नक्सली खेल के मैदान में घुसे और फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान कोई कुछ समझ पाता कि करीब एक दर्जन संदिग्ध नक्सलियों ने पीछे से सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर उनका गला रेत दिया। एक अन्य जवान उनसे भिड़ गया लेकिन वह घायल हो गया। इस हंगामें के बीच हम लोग वहां से जान बचाकर गांव भाग आए। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी 2012 में हुए माओवादी हमले में नायक बच गए थे।
वहीं पत्रकारों से बात करते हुए नायक ने कहा कि, हम हर साल कार्यक्रम में पहुंचते हैं; पुरस्कार समारोह संपन्न हो चुका था और मैं करीब 05:15 बजे अपनी गाड़ी में बैठने वाला था। तभी करीब 20 से 30 नक्सली आए और जवानों को चाकू मारा और हथियार छीन लिया। लेकिन मैं वहां से निकलने में सफल रहा। इस बीच भाजपा ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा।