सूरत में एक महिला बाल-बाल बच गई जब उसके पति, जो हाल ही में जेल से रिहा हुआ था, ने अपने दोस्तों की मदद से उस पर बेरहमी से हमला किया, गैंगरेप किया और उसे तापी नदी में फेंककर मारने की कोशिश की। यह घटना दो दिनों तक चली और आखिरकार कपोदरा पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
घर के बाहर से अगवा कर ले गया साथ
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया मुख्य आरोपी 35 वर्षीय गणेश राजपूत ने 24 जुलाई को अपनी पत्नी पर विवाहेतर संबंध के शक में हमला किया। लाठी और हथौड़े से लैस गणेश ने घर में ही उस पर हमला किया और अगली सुबह, 25 जुलाई को, उसने और उसके साथी 22 वर्षीय महेश उर्फ प्रिंस कुमार ने महिला को उसके घर के बाहर से अगवा कर लिया और उसे दीनदयाल नगर स्थित एक किराए के कमरे में ले गए।
पुलिस के अनुसार वहां, दोनों पुरुषों ने बारी-बारी से उसके साथ रेप किया और उसे बेरहमी से पीटना जारी रखा, यहां तक कि उसके सिर पर पाइप से भी वार किया। हालांकि, मामला तब और बिगड़ गया जब गणेश ने अपने दो और साथियों – विजय उर्फ कच्यो ईश्वरभाई राठौड़, 29, और अप्पा जगन्नाथ वाघमारे, 39, को बुला लिया।
चारों आरोपी घायल महिला को ऑटोरिक्शा में तापी नदी के पास एक पानी की टंकी पर ले गए, उसके हाथ-पैर रस्सियों से बांध दिए और उसे डुबोने की कोशिश की। गंभीर रूप से घायल और मरणासन्न महिला किसी तरह बच निकली और शिकायत दर्ज कराने कपोदरा पुलिस स्टेशन पहुंची।
मामले की गहन जांच का आश्वासन दिया
रिपोर्ट के मुताबिक उसका बयान मिलने पर, पुलिस ने गैंगरेप और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। कपोदरा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विशेष निगरानी दल गठित किए और कुछ ही घंटों में आरोपियों को पकड़ लिया। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर गैंगरेप और हत्या के प्रयास की कड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। डीसीपी आलोक कुमार ने गिरफ्तारी की पुष्टि की और गहन जांच का आश्वासन दिया।
मुख्य आरोपी गणेश राजपूत, जो पेशे से ड्राइवर है और मूल रूप से तमिलनाडु के शैलेम का रहने वाला है, एक कुख्यात अपराधी है और सूरत में उसके खिलाफ पहले से ही 26 गंभीर अपराध दर्ज हैं। अन्य आरोपी देश के अलग-अलग हिस्सों से हैं: महेश उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से है; विजय गुजरात का एक कार मैकेनिक है; और अप्पा महाराष्ट्र के औरंगाबाद का एक ऑटोरिक्शा चालक है। महिला का फिलहाल इलाज चल रहा है।