Ruckus in Flight: दिल्ली-मुंबई स्पाइसजेट फ्लाइट में उड़ान भरने वाले एक पुरुष पैसेंजर पर एक महिला फ्लाइट अटेंडेंट और एक महिला सह-यात्री को परेशान करने का आरोप लगाया गया है। पहली पंक्ति में बैठे शख्स ने केबिन क्रू की तस्वीरें लीं। एयरलाइन ने घटना की पुष्टि की और कहा कि पैसेंजर ने बाद में अपने फोन से तस्वीरें डिलीट कर दीं और अपनी हरकत के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांगी।
एयरलाइन के एक प्रवक्ता ने कहा- यात्री ने फोटो डिलीट कर माफी मांगी
एयरलाइन के एक प्रवक्ता ने कहा, “2 अगस्त को दिल्ली से मुंबई जाने वाली स्पाइसजेट की उड़ान SG157 की पहली पंक्ति में बैठे एक यात्री को केबिन क्रू की तस्वीरें खींचते हुए पाया गया, जबकि वह टेक-ऑफ के समय जंप सीट पर बैठी थी।” बयान में कहा गया, “चालक दल के सदस्यों ने यात्री से पूछताछ की। उसने अपने फोन से तस्वीरें डिलीट कर दीं और अपनी हरकत के लिए माफी मांगी। यात्री ने लिखित माफीनामा भी दिया है।”
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया घटना का एक वीडियो
इस बीच, फ्लाइट की घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि एक यात्री बिना इजाजत एक महिला फ्लाइट अटेंडेंट और अपनी महिला सह-यात्री की आपत्तिजनक तस्वीरें खींचने की कोशिश कर रहा था। बताया गया है कि जब उसके मोबाइल फोन की जांच की गई तो उसमें विमान में सवार महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरें थीं। हालांकि, सारी तस्वीरों को बाद में डिलीट कर दिया गया।
दिल्ली महिला आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया, मालीवाल बोलीं- FIR दर्ज की जानी चाहिए
दिल्ली महिला आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, ”उड़ानों में यौन उत्पीड़न की शिकायतें बढ़ रही हैं। यह अस्वीकार्य है। इस विशेष मामले में एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए और मामले की गहन जांच की जानी चाहिए और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए। डीजीसीए को उड़ानों में यौन उत्पीड़न के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
दिल्ली पुलिस, आईजीआई एयरपोर्ट और DGCA को महिला आयोग ने नोटिस भेजा
महिला आयोग ने इस मामले में दिल्ली पुलिस, आईजीआई एयरपोर्ट और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को नोटिस जारी किया है। आयोग ने दिल्ली पुलिस और डीजीसीए से 23 अगस्त तक कार्रवाई रिपोर्ट देने को कहा है। महिला आयोग ने डीजीसीए से यह भी पूछा है कि क्या यह मामला कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के तहत आंतरिक शिकायत समिति या किसी अन्य समिति को भेजा गया है। फिलहाल पुलिस से मामले को लेकर किसी तरह की शिकायत नहीं की गई है।