अगर आप किसी ट्रैफिक सिग्नल पर रुके हैं और आपकी तरफ कोई साधु (वेश बदलकर बाबा बना सपेरा) आता दिखाई दे रहा है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। हो सकता है कि उसके पास कोई सांप हो जिसका इस्तेमाल वह आपको लूटने के लिए कर सकता है। असल में गुरुग्राम से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां दो सपेरों को गिरफ्तार किया गया। दरअसल, इन दिनों सपेरों का एक ऐसा गैंग एक्टिव है जो ट्रैफिक सिग्नल पर साधु का वेश धारण कर लोगों के पास पैसे मांगने जाते हैं और फिर उनके ऊपर सांप छोड़कर उन्हें लूट लेते हैं।

वे साधु बनकर कार या ऑटो में यात्रा कर रहे लोगों के ऊपर सांप छोड़ देते हैं और फिर उन्हें सांप से डराकर लूट लेते हैं। फिलहाल पुलिस ने ऐसे दो सपेरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से दो सांप बरामद की। बाद में उन सापों को वन्य जीव विभाग को सौंप दिए।

इस मामले में पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपियों को शहर की एक अदालत में पेश करने के बाद शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। आरोपियों की पहचान रोहित नाथ (22) और शाकिब नाथ (26) के रूप में हुई है।

यह मामला तब सामने आया जब 36 साल की सद्या वानी सेक्टर 53 पुलिस स्टेशन पहुंची और उनके साथ हुई घटना के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि रोजाना की तरह वे ऑटो से जा रही थीं। तभी ‘साधु’ के भेष में दो लोग उनके पास आए और उनके ऊपर सांप छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने उनसे दो हजार रूपये लूट लिए।

पीड़ित महिला ने बताई आपबीती

सद्या वानी की शिकायत के अनुसार, यह घटना शुक्रवार सुबह करीब साढ़े दस बजे हुई जब वे ऑटो-रिक्शा से कहीं जा रही थीं। सेक्टर 52 में सुशांत एस्टेट के पास ऑटो-रिक्शा ट्रैफिक सिग्नल पर रूका हुआ था। इसी बीच दो लोग ‘साधु’ के भेष में उसके पास आए और पैसे मांगने लगे। वे लोग सद्या वानी को सांप दिखाने लगे। जब वे उन्हें देने के लिए एक पर्स से सिक्का निकालने लगीं तो साधु के वेश में आए सपेरों ने उनकी पर्स से जबरदस्ती दो हजार का नोट निकाल लिया और वहां से फौरन भाग गए। सद्या वानी ने कहा कि वे इस घटना से डर गईं और फौरन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

इसके बाद पुलिस ने रोहित और शाकिब के खिलाफ शुक्रवार को आईपीसी की धारा 392 (डकैती) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया और शनिवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में सेक्टर 53 पुलिस स्टेशन के SHO राजेंद्र सिंह ने कहा कि संदिग्ध दिल्ली से गुरुग्राम आते थे और शहर के कई स्थानों पर यात्रियों को सांप दिखाकर लूटने के बाद लौट जाते थे।