भारतीय अपराध इतिहास में वैसे तो कानून ने कई सीरियल किलर्स को सजा सुनाई है। लेकिन भारत कालीचरण के साथ 13 अगस्त 2004 को जो हुआ वह बहुत ही भयानक और रोंगटे खड़े देने वाला था। भारत कालीचरण एक सीरियल किलर था, जिस पर 40 से ज्यादा महिलाओं के साथ रेप करने और फिर बेरहमी से हत्या कर देने का आरोप था। भारत कालीचरण का दूसरा नाम अक्कू यादव था और वह इसी नाम से अपराध जगत में कुख्यात था।
महाराष्ट्र के नागपुर क्षेत्र में अक्कू यादव का एक समय खौफ हुआ करता था। लोग उसका नाम सुनकर उन घटनाओं को सोचकर सिहर जाते थे, जिसे अक्कू ने अंजाम दिया था। दरअसल, भारत कालीचरण उर्फ अक्कू यादव पर आरोप था कि उसने करीब 40 से ज्यादा महिलाओं को अपना शिकार बनाया था। वह पहले महिलाओं के साथ बलात्कार करता और फिर उन्हें बेरहमी से चाकू मारकर मौत की नींद सुला देता था।
भारत कालीचरण उर्फ अक्कू यादव का नागपुर में करीब दस सालों तक खौफ रहा था। अक्कू यादव के खिलाफ संगीन जुर्मों के करीब दो दर्जन मामले दर्ज थे। इन्हीं मामलों के चलते उसे 13 अगस्त 2004 को उसे पुलिस अदालत में पेशी के लिए लेकर जाने वाली थी। नागपुर जिला सेशन कोर्ट में पहुंचे अक्कू यादव ने वहां खड़ी महिलाओं के साथ बदसलूकी कर दी। तभी भीड़ ने आपा खो दिया और करीब 200 महिलाओं के झुंड ने उस पर हमला बोल दिया।
इस झड़प में भीड़ ने सारी सीमाएं लांघ दी और बिना कुछ देखे समझे अक्कू यादव पर टूट पड़ी। इस दौरान अक्कू को मारने के लिए कोर्ट का दरवाजा भी तोड़ दिया गया। महिलाओं ने अक्कू की आंख और मुंह में लाल मिर्च भर दिया था। इस सीरियल किलर के लिए लोगों के भीतर इतना गुस्सा था कि भारी पुलिस बल की मौजूदगी में भी उसे बचाने के प्रयास असफल हो गए थे। सीरियल किलर अक्कू यादव भीड़ के हाथों मारा जा चुका था।
भारत कालीचरण उर्फ अक्कू यादव की हत्या के आरोप में पुलिस ने करीब 100 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। फिर अदालत में 18 पर किलर की हत्या का केस चला था। इस मामले में कई सुनवाई के बाद पांच महिला समेत 18 आरोपियों को नागपुर जिला व सत्र न्यायालय ने बरी किया कर दिया था। जिला व सत्र की अदालत ने इन 18 आरोपियों को बरी करते हुए कहा था कि, इन सभी के खिलाफ कोई भी ठोस सबूत नहीं है, जो इन्हें सजा दिला सके।