मध्य प्रदेश की डिंडोरी जिले में महिला एसडीएम (उपसंभागीय मजिस्ट्रेट) निशा नापित शर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। पति कहता है कि उनकी तबीयत खराब है। हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस सतर्क हो जाती है। वहीं डॉक्टर कहते हैं कि शाहपुरा की एसडीएम अब नहीं रही। अब की संदिग्ध परिस्तिथियों में हुई मौत पुलिस के सामने कई सवाल छोड़ती है। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच करती है फिर पता चलता है कि 51 साल की एसडीएम निशा की हत्या हुई है।
पुलिस को प्रॉपर्टी डीलर (45) पति मनीष शर्मा पर शक होने लगता है। खैर, सोचने वाली बात यह है कि आखिर पति ने एसडीएम पत्नी की हत्या क्यों की? पुलिस मामले की तह तक पहुंच जाती है और 24 घंटे के अंदर इस हत्याकांड का पर्दाफाश कर देती है। पुलिस के अनुसार, महिला एसडीएम के पति ने नौकरी, बैंक और बीमा में ‘नॉमिनी’ नहीं बनाने पर एसडीएम की हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पति को गरिफ्तार कर लिया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
दरअसल, 2020 में एसडीएम निशा ने सोशल मीडिया साइट के जरिए मनीष से शादी की थी। शुरुआत में सबकुछ सही चल रहा था। हालांकि बाद में दोनों के रिश्ते में दरार आनी शुरु हो गई। इस बीच निशा ने अपनी नौकरी, बीमा और बैंक में पति मनीष को ‘नॉमिनी’ नहीं बनाया। दोनों के बीच इस बात को लेकर तनाव बढ़ने लगा। मनीष बार-बार निशा से कहता कि वह उसका पति है इसलिए उसे वह ‘नॉमिनी’ बनाए।
कैसे की हत्या?
इसके बाद बात इतनी बढ़ गई की मनीष ने निशा को जान से मारन की प्लानिंग कर ली। इसके बाद उसके एक रात तकिए से निशा का मुंह और नाक दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद वह शव के पास 6 घंटे तक रहा। इसके बाद वह निशा को अस्पताल लेकर पहुंचा और कहा कि उसकी तबीयत खराब है। इस बीच डॉक्टर ने पुलिस को सूचना दी।
रिपोर्ट के अनुसार, उसने खून से सने निशा के कपड़े और तकिए के कवर को वॉशिंग मशीन में धो दिया। ताकि पुलिस को कोई सबूत ना हाथ लगे। हालांकि वह 24 घंटे के अंदर की पकड़ा गया।
SDM निशा ने पति को क्यों नहीं बनाया था नॉमिनी?
रिपोर्ट के अनुसार, शादी के बाद एसडीएम निशा को खबर लगी कि मनीष का दूसरी लड़कियों के साथ अफेयर चल रहा है। शादीशुदा होने के बाद भी वह दूसरी लड़कियों के संपर्क में था। इसी कारण एसडीएम निशा ने अपने पति मनीष शर्मा को नॉमिनी नहीं बनाया था। फिलहाल पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।