हरियाणा के अंबाला में एक रिटायर्ड सूबेदार ने वहशियाना हरकत करते हुए धारदार हथियार से परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी। मरने वालों में 6 महीने का बेटा और 5 साल की बेटी भी शामिल है। वारदात को शनिवार की देर रात जिले के नारायणगढ़ में अंजाम दिया गया। आरोपी सूबेदार ने अपने पिता और भाई की बड़ी बेटी पर भी हमला किया था, उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस के मुताबिक एक साथ पांच लोगों की हत्या करने के बाद आरोपी हमलावर सभी मृतकों के शवों को जलाने की भी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सका। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
सबसे पहले छोटे भाई पर हमला कर मार डाला
जिले के नारायणगढ़ में शनिवार की देर रात सेना से रिटायर्ड सूबेदार भूषण कुमार ने सबसे पहले अपने छोटे भाई हरीश कुमार पर हमला किया। इसके बाद वहशी बना भूषण कुमार ने हरीश की पत्नी सोनिया (32), उनकी बेटी यशिका (5), छह महीने का बेटा मयंक और 65 साल की मां सरोपा देवी को मार डाला।
हत्या के पीछे भूमि विवाद को वजह बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक पास के एक गांव में जमीन के एक हिस्से पर दोनों भाई अधिकार जता रहे थे। आशंका है कि वारदात को इसी वजह से अंजाम दिया गया है।
उधर, सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2021 के लखीमपुर-खीरी हिंसा मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को सोमवार को जमानत दे दी और उसे दिल्ली या लखनऊ में ही रहने का निर्देश दिया। हिंसा की इस घटना में आठ लोगों की मौत हो गई थी। शीर्ष अदालत ने पिछले साल 25 जनवरी को हिंसा की ‘‘इस दुर्भाग्यपूर्ण एवं भयावह घटना’’ से जुड़े मामले में आशीष मिश्रा को अंतरिम जमानत दी थी। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां की पीठ ने मामले में आरोपी किसानों को भी जमानत दे दी और अधीनस्थ अदालत को सुनवाई में तेजी लाने का निर्देश दिया।
पीठ ने अधीनस्थ अदालत को सुनवाई की समयसीमा तय करने का निर्देश दिया। किसानों ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के क्षेत्र के दौरे के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था, जिसके बाद जिले में हिंसा भड़क गई थी।