राजस्थान में एसएससी-एमटीएस की परीक्षा (SSC-MTS Exam) में नकल करवाने के आरोप में पुलिस ने निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के छोटे भाई हरिओम मीणा को गिरफ्तार किया है। विधायक के भाई हरिओम मीणा पर आरोप है कि उसने पैसे लेकर डमी कैंडिडेट को परीक्षा में बैठाया था। अब इस मामले में पुलिस ने हरिओम मीणा और डमी कैंडिडेट को धर दबोचा है।

कौन है विधायक ओम प्रकाश हुड़ला

निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुड़ला राजस्थान के दौसा जिले की महुआ सीट से चुने गए थे। ओम प्रकाश हुड़ला, इससे पहले की भाजपा सरकार में संसदीय सचिव रहे थे। इसके अलावा, हुड़ला का एक परिचय यह भी है कि वह आईआरएस अधिकारी (IRS Officer) भी रह चुके हैं। ओम प्रकाश को वाई श्रेणी (Y Category) की सुरक्षा प्राप्त है और उन्होंने भाजपा की महिला प्रत्याशी को हराकर साल 2018 में चुनाव जीता था।

इस मामले में फंसा विधायक का भाई

जानकारी के अनुसार, निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के छोटे भाई हरिओम मीणा और डमी कैंडिडेट को जयपुर के शिवदासपुरा के एक परीक्षा केंद्र के बाहर गिरफ्तार किया। विधायक के भाई ने जिस डमी कैंडिडेट को पैसे लेकर बैठाया था उसकी पहचान ऋषि कुमार के रूप में हुई है। ऋषि कुमार एसएससी-एमटीएस की परीक्षा में किसी दूसरे अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रहा था।

एग्जाम में बैठाया डमी कैंडिडेट

पुलिस ने बताया कि सोमवार को सीतापुरा, जयपुर के एक निजी कॉलेज में एसएससी-एमटीएस की परीक्षा जारी थी। एसएससी-एमटीएस के तहत चल रही परीक्षा में ऋषि कुमार को डमी कैंडिडेट बनाकर बैठाया गया था। ऋषि कुमार डमी कैंडिडेट के रूप में उमेश पुत्र कंवर पाल मीणा की जगह परीक्षा दे रहा था। सूचना के आधार पर पुलिस परीक्षा केंद्र पर पहुंची थी, जहां से ऋषि और मीणा दोनों को धर लिया गया।

DCP ने बताया कैसे हुआ खेल

इस पूरे फर्जीवाड़े में डीसीपी (दक्षिण) योगेश कुमार गोयल ने बताया कि इस पूरे का असली सरगना कमल कुमार मीणा है। कमल मीणा, टोडाभीम का रहने वाला है। डीसीपी के अनुसार, कमल मीणा ने ही हरिओम से कहा था उसके पास एसएससी-एमटीएस एग्जाम में बैठने के लिए कुछ डमी कैंडिडेट हैं। इसी के बाद हरिओम और कमल के बीच पैसे की बातचीत हुई थी। हालांकि, रकम को लेकर जांच जारी है।