Punjab Minister News: पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेतृत्व वाली भगवंत मान सरकार में कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक पर यौन शौषण का आरोप लगने के कुछ दिनों बाद कथित पीड़ित शुक्रवार को कैमरे के सामने आया। पीड़ित ने कहा कि जब वह बहुत छोटी था उस दौरान यानी 2013 से 2014 तक उसका यौन शोषण शुरू किया गया। शोषण का यह सिलसिला साल 2021 तक जारी रहा।
पठानकोट का रहने वाला है कथित पीड़ित
कथित पीड़ित ने कहा कि वह पठानकोट का रहने वाला है। पीड़ित ने पुष्टि की है कि कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा द्वारा पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को सौंपे गए वीडियो में वही दिखाई दे रहा है। वीडियो में उसने आरोप लगाया कि कटारूचक ने 2013-14 में फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उससे संपर्क किया था। जब उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया तो कटारुचक ने कथित तौर पर उनकी ओर आगे बढ़ना शुरू कर दिया।
कटारूचक से दिवाली-2021 में हुई आखिरी मुलाकात
वीडियो में दिख रहे कथित पीड़ित शख्स ने कहा कि कटारूचक ने उससे संबंध बनाने के लिए कहा था। लेकिन वह उस समय कुछ भी समझने के लिए बहुत छोटा था। उन्होंने कहा कि कटारूचक ने बाद में उन्हें गुरदासपुर बुलाया और उसे अपने कार्यालय ले गए। वहां उसके साथ “यौन अत्याचार” को अंजाम दिया गया। इसके साथ ही शख्स ने कहा, ‘आखिरी बार कटारुचक से मुलाकात 2021 में दिवाली के दिन हुई थी। उसके बाद वह मुझसे नहीं मिले और मुझसे भी अपने पास नहीं आने को कहा।’
कटारूचक से खतरे के डर के आगे नहीं आ पा रहा था
कथित पीड़ित शख्स ने कहा कि वह अब इस डर से भाग रहा था कि मंत्री उसे या उसके परिवार को नुकसान पहुंचाएगा। वीडियो का एक हिस्सा बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट किया है। खैरा ने कुछ दिन पहले मंत्री के खिलाफ राज्यपाल को शिकायत देकर उन्हें दो वीडियो सौंपे थे। राज्यपाल ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चंडीगढ़ के डीजीपी को शिकायत पर गौर करने और फॉरेंसिक जांच करने को कहा। रिपोर्ट का इंतजार है।
मंत्री कटारूचक के साथ खड़े दिखे सीएम भगवंत मान
मुख्यमंत्री भगवंत मान हालांकि अपने मंत्री कटारूचक के साथ खड़े रहे और कहा कि उन्होंने वीडियो नहीं देखे हैं। वहीं, सीएम मान ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि खैरा समेत अन्य राजनेता उनकी सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से परेशान हैं और उसे नीचा दिखाने के बहाने ढूंढ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जालंधर उपचुनाव की वजह से विपक्ष के नेता बौखलाए हुए हैं। इसलिए फिजूल बयानबाजी कर रहे हैं।