पंजाब के अमृतसर से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। जहां एक शख्स की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। इस मामले में एक व्यापारी पर आरोप लगा है कि उसने बीमा का पैसा लेने के लिए एक भिखारी को जलाकर मार डाला। वहीं आरोपी व्यापारी अनूप सिंह के घर वालो ने थाने में उसके एक विरोधी पर अगवा करने और हत्या का मुकदमा दर्ज कराकर केस को डाइवर्ट करने की कथित कोशिश की। मामले में पुलिस अधीक्षक जगजीत सिंह वालिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब पुलिस ने शव की जांच की तो पता चला डेडबॉडी व्यापारी की नहीं थी। फिलहाल पूरे मामले की तफ्तीश जारी है।
पुलिस ने जला हुआ शव बरामद किया: दरअसल, तरन तारन पुलिस ने बृहस्पतिवार (05 दिसंबर) को पट्टी-हरिके रोड पर बू हेवेलियन गांव के पास से एक व्यक्ति का जला हुआ शव बरामद किया था। पुलिस ने मौके पर बरामद वाहन से प्राप्त दस्तावेजों के अधार पर मृतक की पहचान वाहे गुरु सिटी चौहाल रोड अमृतसर के 27 वर्षीय अनूप सिंह के रूप में हुई थी।
Hindi News Today, 07 December 2019 LIVE Updates: बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
व्यापारी के पिता ने की थी शिकायत: पुलिस सूत्रों ने जानकारी दी कि अनूप के पिता तरलोक सिंह ने दावा किया था कि उनका बेटा बुधवार (04 दिसंबर) को दिल्ली के लिए निकला था, लेकिन उसके फोन पर कॉल करने पर कोई जवाब नहीं आ रहा है। इस घटना के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 201 के तहत प्राथमिकी दर्ज की और जांच शुरू कर दी।
भिखारी को कुछ दिन पहले आया था अमृतसर: सूत्रों ने मीडिया को बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जला हुआ शव एक भिखारी का था, जिसे अनूप ने कुछ दिनों पहले ही अपने साथ अमृतसर लेकर आया था।
व्यापारी का भाई गिरफ्तार: पुलिस महानिरीक्षक बॉर्डर रेंज एसपीएस परमार ने इस बात की पुष्टि की है कि आरोपियों ने एक निर्दोष भिखारी की कथित तौर पर हत्या कर दी थी। उन्होंने कहा कि व्यापारी अनूप सिंह के भाई को हिरासत में लिया गया है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मीडिया सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को अनूप सिंह के हरियाणा में होने की खबर मिली है पुलिस द्वारा उसका पीछा किया जा रहा है।
मौत का नाटक कर बीमा का पैसा लेना चाहते थे: बता दें कि व्यापारी के घर जनवरी में उसकी बहनों की शादी की तैयारी चल रही थी मीडिया सूत्रों ने बताया कि परिवार कर्ज में डूबा हुआ था और वे अनूप की मौत का नाटक कर बीमा का धन इकट्ठा करना चाहते थे।