पुलिस ने मुर्शिदाबाद तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। मुर्शिदाबाद के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार ने आज यहां बताया कि उत्पल बेहरा को जिले में सागरदीघि के साहापुर इलाके से सुबह गिरफ्तार किया गया। वह पेशे से राजमिस्री है। बंधु प्रकाश पाल (35), उनकी गर्भवती पत्नी ब्यूटी और उनके आठ वर्षीय बेटे अंगन के शव आठ अक्टूबर को मुर्शिदाबाद जिले के जियागंज में उनके घर में खून से लथपथ मिले थे।
पुलिस ने बताया कि बेहरा ने दो जीवन बीमा पॉलिसी के लिए पाल को धन दिया था।
पुलिस ने कहा, ‘‘हालांकि पाल ने पहली पॉलिसी के लिए रसीद दी थी लेकिन उसने दूसरी पॉलिसी के लिए उसे रसीद नहीं दी। पाल और बेहरा के बीच पिछले कुछ सप्ताह से इस मामले को लेकर विवाद चल रहा था। पाल ने उसका अपमान भी किया था, जिसके बाद बेहरा ने उसकी हत्या करने का फैसला किया।’’ पुलिस ने दावा किया कि बेहरा ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में आए दिन हिंसा की खबरें आती हैं। मुर्शिदाबाद ट्रिपल मर्डर केस को लेकर अभी बवाल चरम पर है, तो वहीं दूसरी तरफ नादिया जिले में शुक्रवार को एक दुकानदार को गोली मारने से बीजेपी और राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बीच वाक्-युद्ध जारी है। गौरतलब है कि मारे गए 55 वर्षीय दुकानदार हरलाल देबनाथ बाबू को एक ओर जहां बीजेपी अपना समर्थक बता रही है, तो वहीं टीएमसी उसे अपना कार्यकर्ता होने का दावा कर रही है। वहीं, प्रशासन ने हत्याकांड में किसी भी राजनीतिक एंगल होने के दावे का खंडन किया है। पुलिस का कहना है कि मृत दुकानदार का राजनीति से कोई वास्ता नहीं था। बाबू को कोलियाघाटा क्षेत्रे में उसकी दुकान के बाहर गोली मारी गई।
मुर्शिदाबाद में एक स्कूल शिक्षक और उसकी पत्नी तथा पौत्र की जघन्य हत्या के मामले ने बृहस्पतिवार को राजनीतिक रंग ले लिया। भाजपा तथा पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस मामले में ममता बनर्जी सरकार को घेरा, वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने दावा किया कि शिक्षक आरएसएस से जुड़े थे। धनखड़ ने कहा कि यह घटना मानवता के लिए शर्मसार करने वाली है। उन्होंने राज्य सरकार को जवाबदेही नहीं होने के लिए जिम्मेदार ठहराया। राज्यपाल ने पीटीआई से कहा कि उन्होंने राज्य सरकार से घटना पर तत्काल रिपोर्ट देने को कहा है।

