उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां पुलिस ने मंगलवार को एक 16 वर्षीय लड़के का जबरन धर्म परिवर्तन और महिला के साथ निकाह करने के आरोप में एक मौलवी, 22 वर्षीय महिला, उसके माता-पिता सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। दरअसल, यह मामला तब सामने आया था, जब बीती रात कथित निकाह का एक वीडियो वायरल हुआ।
स्थानीय एसएचओ ने मामले पर जानकारी देते हुए कहा, “हमने महिला, उसके माता-पिता और शादी को अंजाम देने वाले मौलवी को भी गिरफ्तार कर लिया है।” उन्होंने कहा कि वे इसमें शामिल अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 363 (अपहरण) और 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार की गई महिला का दो साल पहले तलाक हो गया था। सभी आरोपी कानपुर के निवासी हैं। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ बाल विवाह निषेध अधिनियम और धर्मांतरण विरोधी कानून के प्रावधानों को भी लागू किया है। इस घटना में संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानपुर) आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि “यह एक गंभीर मामला है। शादी के वीडियो की जांच की जा रही है। साथ ही आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले लड़के का मेडिकल परीक्षण कराया गया है।
वहीं, लड़के की मां ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि, “सोमवार को, मुझे पता चला कि मेरे 16 साल के बेटे ने इस्लाम अपना लिया है और एक महिला से शादी कर ली है, जिसकी चार साल की बेटी है।” मेरे बेटे के दोस्त ने मुझे बताया कि वह (बेटा) पिछले एक साल से महिला के संपर्क में था। महिला की मानें तो उनके बेटे का ब्रेनवॉश किया गया है। साथ ही महिला का एक रिश्तेदार उस दुकान के पास रहता है, जहां उसका बेटा काम करता था।
पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में लड़के की मां ने आरोप लगाया कि एक मुस्लिम परिवार ने उसके बेटे का अपहरण कर जबरन उसका धर्म परिवर्तन कराया गया है। इस घटना के सामने आने के बाद बजरंग दल के कानपुर प्रांत सुरक्षा प्रमुख आशीष त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस ने शुरू में मामले को गंभीरता से नहीं लिया और लड़के की मां की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की थी। जब दबाव बनाया गया तब जाकर पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई थी।