पानीपत के हरियाणा में परिवार के लोगों को रस्सी से बांधकर घर की तीन महिलाओं के साथ दुष्कर्म औऱ एक अन्य महिला की हत्या करने वाले गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि एक आरोपी की तलाश की जा रही है। सीआईए-3 पुलिस की टीम जब आरोपियों को पकड़ रही थी तो एक आरोपी का पैर भी टूट गया है। बता दें कि पिछले महीने पानीपत में तीन महिलाओं के साथ डेरे में गैंगरेप किया गया था। घटना के बाद से ही पुलिस को आरोपियों की तलाश थी। पुलिस पर आरोपियों की गिरफ्तारी का दबाव था। घटना के 12 दिनों बाद भी आरोपियों तक न पहुंच पाने के कारण पुलिस पर सवाल उठ रहे थे। हालांकि मंगलवाल को पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। बता दें कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह को पकड़ने के लिए 3 IPS, 5 जिलों की पुलिस और 800 पुलिसकर्मी लगे हुए थे।

जेल में हुई थी दोस्ती

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह गिरोह खेतों से ट्यूबवेल और डेरों से सामान चुराते थे। ये पहले भी ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। ये सभी पानीपत की आउटर कॉलोनी में रहते थे। इनकी दोस्ती जेल में हुई थी। जेल में ही उन्होंने इस लूट की योजना बनाई थी। पुलिस के अनुसार, चारों आरोपी हरियाणवी अच्छी तरह बोल लेते थे। वारदात के समय भी ये आपस में हरियाणवी भाषा में ही बात करते थे। जेल से बाहर आने के बाद इन्होंने लूट औऱ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। वारदात के बाद इलाके में दहशत फैल गई थी। पुलिस को आरोपियों की तलाश थी। अब जाकर आरोपी गिरफ्त में आए हैं। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।

जानिए क्या है पूरा मामला

हरियाणा के पानीपत जिले में कथित तौर पर परिवार के सामने की तीन महिलाओं का सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। सामूहिक दुष्कर्म की यह घटना गांव में बने फार्महाउस पर हुई। उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक शख्स ने पुलिस को बताया कि वह पिछले कई महीनों से यहां अपने परिवार के साथ रह रहा है। यहां उसके अन्य रिश्तेदार भी रहते हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि जब वे सो रहे थे तभी चार नाकाबपोश बदमाश घर में घुस आए। उनके पास हथियार भी थे।

आरोप था कि बदमाशों ने परिवार के लोगों को रस्सी से बांध दिया और उसके बाद घर की तीन महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने कहा था कि आरोपी नकदी और आभूषण भी लूटकर ले गए। दुष्कर्म की घटना वाली जगह से एक किलोमीटर दूर एक अन्य वारदात में बदमाशों ने बीमार महिला पर हमला दिया जिससे उसकी मौत हो गई। इतना ही नहीं बदमाशों ने उसके पति के साथ लूटपाट की।

मामले को लेकर विपक्षी दल ने मनोहर लाल खट्टर सरकार पर निशाना साधा था। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने दावा किया था कि हरियाणा में कानून व्यवस्था बुरी तरह खराब हो चुकी है। महिलाएं अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं।