लुधियाना पुलिस ने एक फैक्टरी वर्कर को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। मलेरकोटला के एक कारखाने में काम करने वाला यह व्यक्ति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाली एक महिला जासूस के संपर्क में था, और उसके लिए बतौर पाकिस्तानी इंटेलिजेंस आपरेटिव (पीआईओ) काम कर रहा था।
उच्ची दौद गांव के जसविंदर सिंह ने पाकिस्तानी महिला जासूस को भारतीय सेना के दो व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने में मदद भी की है। इस ग्रुप में शामिल होने के लिए जरूरी कोड जसविंदर ने ही उपलब्ध कराए थे। पूछताछ में उसने बताया कि यह कोड उसने 10000 रुपए की रकम के बदले में दिए थे। यह रकम फोन—पे एप के जरिए उसके खाते में ट्रांसफर की गई थी। पाकिस्तानी जासूस महिला ने जसविंदर सिंह को जयपुर जाकर वहां एक सीडी लाने का आदेश भी दिया था।
इस कोड के जरिए महिला जासूस भारतीय सेना के दो व्हाट्सएप ग्रुप में भी शामिल हो चुकी थी, वहां से जानकारियां भी हासिल कर रही थी। जासूस ने जयपुर स्थित एयरफोर्स स्टेशन के कुछ लोगों से संपर्क बढ़ाकर उन्हें हनीट्रैप में फंसा लिया था और उनसे महत्वपूर्ण खुफिया जानकारियां भी हासिल करने की कोशिश की थी।
भारतीय खुफिया एजेंसियों को जैसे ही इसकी भनक लगी उन्होंने जांच का दायरा बढ़ा दिया और इस व्हाट्सएप कांड का खुलासा हो गया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अब तक पाकिस्तानी महिला जासूस सात अधिकारियों को अपने जाल में फंसा चुकी है। उन सभी अधिकारियों से एजेंसी पूछताछ कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कितने लोग उस महिला के संपर्क में आ चुके हैं और कौन कौन सी सूचनाएं उसे दी गई हैं।
जोधपुर पुलिस के उप पुलिस आयुक्त सिमरतपाल सिंह ढींढसा ने बताया कि उन्हें एयरफोर्स इंटेलिजेंस यूनिट की तरफ से एक इनपुट मिला था, जिसमें बताया गया था वायुसेना के कुछ अधिकारी पाकिस्तानी जासूस के संपर्क में हैं। पुलिस ने सभी संदिग्ध अधिकारियों पर सर्विलांस बढ़ा दिया, जिससे पता चला कि यह सभी एक ही महिला से व्हाट्सएप कॉल के जरिये बात करते हैं। जिस नंबर पर बात होती थी वह जसविंदर के नाम पर था।
जसविंदर ने पुलिस को बताया कि पाकिस्तानी महिला जासूस ने खुद को बठिंडा की रहने वाली जसलीन बरार बताया था। उधर, एयरफोर्स इंटेलिजेंस को पता चला कि एक महिला वायुसेना के अधिकारियों से लगातार बात कर रही है। फोन ट्रेस करने के बाद लुधियाना को भी मामले की जानकारी दी गई।
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही एक और पाकिस्तानी महिला जासूस के लिए काम करने वाला एक व्यक्ति राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था। वह पिछले चार महीने से महिला जासूस के संपर्क में था और रेलवे डाक सेवा में काम करता है। उस पर आरोप है कि वह जासूस को सेना के गुप्त दस्तावेजों की जानकारी भेजा करता था।